बीकानेर. जिले के बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में शुक्रवार को पीबीएम के उप अधीक्षक डॉक्टर अजय कपूर के एक बयान के बाद अस्पताल में कार्यरत मंत्रालयिक कर्मचारी भड़क गए. बता दें कि कर्मचारियों ने अस्पताल कार्य बहिष्कार कर अपनी सीटों को छोड़ दिया.
बता दें कि अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को लेकर मोहन सिंह वेलफेयर सोसायटी ने अधीक्षक के कक्ष में शुक्रवार को धरना दे दिया, लेकिन तकरीबन 3 घंटे के बाद भी अस्पताल के अधीक्षक पीके बेरवाल अपने कक्ष में नहीं पहुंचे. इस दौरान उप अधीक्षक अजय कपूर उनके चेंबर में बैठकर धरनार्थियों के साथ बातचीत कर रहे थे.
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बता दें कि पहले से घोषित कार्यक्रम के मुताबिक मोहन सिंह वेलफेयर सोसाइटी के लोग पीबीएम अधीक्षक के कक्ष में धरने के लिए पहुंचे तो अधीक्षक वहां नहीं थे और अजय कपूर पहले से वहां बैठे थे और कुछ देर के इंतजार के बाद जब अधीक्षक नहीं आए और डॉक्टर अजय वहां से जाने लगे तो धरना दे रहे लोगों ने उन्हें वहां से जाने से मना कर दिया. इस दौरान कई दफा खुद कपूर ने पीबीएम अधीक्षक को फोन किया लेकिन उनका फोन लगातार नो रिप्लाई रहा.
जानकारी के अनुसार इसके बाद डॉ कपूर ने प्रमुख शासन सचिव सहित चिकित्सा मंत्री कार्यालय में भी फोन कर हालात से अवगत करवाया. कपूर ने अस्पताल में कार्यरत मंत्रालयिक कर्मचारियों को लेकर एक टिप्पणी कर दी, जिसके बाद मंत्रालयिक कर्मचारी भड़क गए और अपना सीट छोड़कर कार्य बहिष्कार कर दिया. बाद में अस्पताल के अधीक्षक डॉ पीके बेरवाल और मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ एच एस कुमार के साथ मंत्रालयिक कर्मचारियों ने वार्ता की और डॉ कपूर को एपीओ करने की मांग की. इस दौरान मंत्रालयिक कर्मचारियों और डॉ कपूर के बीच प्राचार्य की मौजूदगी में भी जबरदस्त कहासुनी हुई.
मंत्रालयिक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष दिनेश स्वामी ने कहा कि अस्पताल के उपाधीक्षक ने जिस प्रकार से अस्पताल के आला अधिकारियों और कर्मचारियों को लेकर टिप्पणी की है वह गलत है और वह इसके विरोध में हैं. उन्होंने कहा कि जब तक उन्हें एपीओ नहीं किया जाएगा वह अपना आंदोलन जारी रखेंगे.