बीकानेर. शहर में मदरसा सहयोगी अब आर-पार की लड़ाई के मूड में नजर आ रहे हैं. इस कड़ी में सोमवार को स्थायीकरण की मांग को लेकर मदरसा सहयोगियों ने जिला कलेक्ट्रेट पर विरोध-प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने एक दिन का सांकेतिक धरना भी दिया.
बीकानेर मदरसा सहयोगी संघ के जिला अध्यक्ष शहजाद ने बताया कि हर 5 साल में सरकार बदल रही है और हर सरकार हमारे हितों को लेकर कदम उठाने की बात कहती है, लेकिन 5 साल पूरे निकल जाते हैं और सरकार बदलने के बाद नई सरकार इस तरह का वादा देकर हमें चुप करा देती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत प्रदेश के तीसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं और जब भी पहली बार मुख्यमंत्री बने तब भी हमारी वही मांग थी, जो आज भी है, लेकिन हमारी मांग पर आज तक किसी ने गौर नहीं किया.
उन्होंने कहा कि लंबे आरसे से मदरसा सहयोगी स्थायीकरण की मांग कर रहे हैं, लेकिन हमारी मांग पर कोई भी बात नहीं की जा रही है और जब भी इस तरह का विषय उठता है, तब सरकार आर्थिक स्थिति का हवाला दे देती है. जबकि जनप्रतिनिधियों के वेतन भत्तों को लेकर लेकर हाल ही में सरकार ने निर्णय किया है.
पढ़ेंः केकड़ी में घास भैरू की सवारी निकालने पर आमदा लोगों पर पुलिस ने भांजी लाठियां
उर्दू विषय के संकाय को खोलने, खाली पदों को भरने और मदरसा सहयोगियों को स्थायी करने की मांग पूरी नहीं करने पर उन्होंने जल्द ही प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन करने की बात कहा. उन्होंने कहा कि आज हमने सांकेतिक विरोध-प्रदर्शन किया है और यदि सरकार हमारी बात को नहीं सुनेगी, तो हमें भी मजबूरन बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा.