बीकानेर. कांग्रेस सरकार के 2 साल पूरे होने पर एक ओर जहां कांग्रेस प्रदेश में विकास की गंगा बहाने की बात कह रही है, तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष लगातार सरकार को निशाने पर साथ रहा है. इसी बीच 2 साल के कार्यकाल के बावजूद भी शिक्षा विभाग में तबादले नहीं होने को लेकर भी लगातार शिक्षक संगठन और सत्ता और विपक्ष के विधायक लगातार मांग उठा रहे हैं. इसी बीच शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने साफ कर दिया है कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले एक पॉलिसी बनाकर किए जाएंगे और पॉलिसी कैबिनेट से स्वीकृति के बाद लागू की जाएगी.
शनिवार को बीकानेर के दौरे पर आए डोटासरा ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले में पिछली सरकार के समय नियम विरुद्ध काम हुआ था, लेकिन हम इसे सुनियोजित ढंग से पूरा करेंगे. एक उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि मेरिट के आधार पर जिला परिषद के माध्यम से तृतीय श्रेणी शिक्षकों की पदस्थापन की कार्रवाई होती है और मेरिट के आधार पर ही इनका पदस्थापन होता है. ऐसे में कम वरीयता वाले को सुदूर जिले में जाना पड़ता है और वरीयता में ऊपर रहने वाले को नजदीकी जिला मिलता है. ऐसे में एक पॉलिसी के तहत ही आने वाले समय में यह तबादले किए जाएंगे. हालांकि आने वाले समय में इस पॉलिसी के लागू होने को लेकर किए सवाल पर उन्होंने समय बताने से बचते हुए कहा कि जल्द ही इस बारे में निर्णय किया जाएगा.
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इस दौरान उन्होंने बीकानेर में अधिकारियों की बैठक में हुए निर्णय और समस्याओं को लेकर कहा कि बीकानेर में नगर विकास न्यास की ओर से पिछली कांग्रेस सरकार के समय प्रशासन शहरों के संग अभियान में जिन लोगों को पट्टे जारी किए गए थे, उनमें से 30000 पट्टों की एनओसी जारी नहीं हो रही है और इस बाबत अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं और आने वाले एक महीने में इसको लेकर आदेश जारी कर दिए जाएंगे.
सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां
मंत्री डोटासरा के बीकानेर दौरे के तहत बड़ी संख्या में उनको ज्ञापन देने वाले लोग मौजूद रहे. इस दौरान शिक्षक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी मंत्री को ज्ञापन दिया और इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां भी साफ तौर पर कलेक्ट्रेट पर उड़ती नजर आई.