बीकानेर. केंद्र सरकार की ओर से लाए गए नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध में सोमवार को बीकानेर में जिला कलेक्ट्रेट के सामने कांग्रेसी पार्षदों ने धरना लगाकर विरोध जताया. जिला कलेक्ट्रेट के सामने कर्मचारी मैदान में सीएए, एनआरसी और एनपीआर को गलत बताते हुए कांग्रेसी पार्षदों ने इसे केंद्र सरकार की ओर से लाया गया काला कानून बताया.
इस दौरान कांग्रेसी पार्षदों ने कहा कि केंद्र कि भाजपा सरकार देश को धर्म के आधार पर बांटने का प्रयास कर रही है. कांग्रेसी पार्षद मनोज विश्नोई का कहना है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह अपने हिसाब से देश को चलाना चाहते हैं. वह जबरन लोगों को अपने हिसाब से चलने के लिए मजबूर कर रहे हैं.
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हालांकि, प्रदर्शन के दौरान कोई भी कांग्रेस का बड़ा नेता नजर नहीं आया, लेकिन कांग्रेसी पार्षदों ने अपने स्तर पर ही धरना देकर केंद्र सरकार के इस निर्णय का विरोध जताया. इस दौरान कांग्रेसी पार्षदों ने जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपकर केंद्र सरकार से अपना निर्णय बदलने की मांग भी की. इस दौरान बीकानेर नगर निगम में कांग्रेस को समर्थन करने वाले निर्दलीय पार्षद भी धरने में मौजूद रहे.