बीकानेर. कोरोना संकट के चलते श्रमिकों के सामने आए रोजगार की समस्या आ गई है. जिसे देखते हुए कांग्रेस के अग्रिम संगठन राजीव गांधी पंचायतीराज संगठन ने ऐसे प्रवासी श्रमिकों को रोजगार दिलाने के लिए मनरेगा में काम मांगो अभियान शुरू किया है. इस अभियान के तहत बुधवार को एक शिविर लगाया गया. जिसमें 71 मजदूरों ने काम मांगा.
दरअसल देश के अलग-अलग राज्यों में रोजगार की तलाश में गए प्रवासी श्रमिक लॉकडाउन के चलते बंद हुई औद्योगिक इकाइयों के बाद वापस अपने गृह राज्य लौट आए. लेकिन वापस अपने गृह राज्य लौटने के बाद इन श्रमिकों के सामने रोजगार की समस्या खड़ी हो गई. बेरोजगारी के चलते अब इनका जीवन यापन चलना भी दूभर हो गया है.ऐसे में पंचायती राज के तहत मनरेगा में इन श्रमिकों को साल में 200 कार्य दिवस का रोजगार दिलाने को लेकर राजीव गांधी पंचायती राज संगठन ने बुधवार से काम मांगो अभियान शुरू किया है.
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राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के राष्ट्रीय महासचिव राजकुमार किराडू ने बताया कि बीकानेर जिले में सींथल गांव में बुधवार को इसको लेकर एक शिविर लगाया गया. जहां पर 71 प्रवासी श्रमिकों ने आवेदन कर मनरेगा के तहत काम मांगा है. किराडू ने कहा कि प्रदेश के साथ ही देश के अलग-अलग राज्यों में इस तरह का अभियान शुरू किया गया है. मनरेगा के तहत फार्म 6 भरकर यह प्रवासी श्रमिक जमा कराएंगे और इन्हें रोजगार जिलानी को लेकर संगठन आवाज उठाएगी.
किराडू ने कहा कि मनरेगा के तहत अभी 100 कार्य दिवस ही रोजगार दिया जा रहा है. लेकिन अब इसे 200 दिवस करने और मनरेगा श्रमिक की मजदूरी 220 रुपए करने की बात राजस्थान सरकार ने कही है. किराडू ने कहा कि केंद्र सरकार को भी इसको तत्काल प्रभाव से लागू करना चाहिए, ताकि कोरोना संकट के बीच बेरोजगार हुए श्रमिकों को रोजगार मिल सके. उनका जीवन यापन हो सके. उन्होंने कहा कि, पूरे देश में बड़ी संख्या में श्रमिक बेरोजगार हुए हैं और वापस अपने घर की ओर पलायन किया है. ऐसे में अब उन्हें उनके घर में ही रोजगार मिलना चाहिए.