बीकानेर. बीकानेर नगर निगम की महापौर राजपुरोहित ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रदेश सरकार पर नगर निगम के निर्वाचित बोर्ड पर जबरन दबाव बनाने का आरोप लगाया है. साथ ही कहा कि प्रदेश सरकार निगम की कार्य प्रणाली में जबरन दखलअंदाजी कर रही है.
इस दौरान महापौर सुशीला कंवर ने प्रदेश मुख्यमंत्री अशोक गहलोत नगर विकास मंत्री शांति धारीवाल और ऊर्जा मंत्री और बीकानेर से विधायक बीडी कल्ला पर बीकानेर नगर निगम में भाजपा शासित बोर्ड को परेशान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि नगर निगम के किसी भी कार्य में सरकारी स्तर पर पूरी तरह से हस्तक्षेप हो रहा है. हर छोटे से कार्य को लेकर स्थानीय निकाय विभाग रोड़े अटका रहा है.
उन्होंने हाल ही में हुए पशु के ठेके के मामले में भी स्थानीय निकाय विभाग द्वारा टेंडर प्रक्रिया की मूल पत्रावली मंगाने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इस पूरी प्रक्रिया में नगर निगम को 51,00,000 रुपये के राजस्व का लाभ पिछले साल के मुकाबले हुआ है. साथ ही पूरी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से हुई, लेकिन एक ठेकेदार के कहने से स्थानीय निकाय विभाग ने पूरी प्रक्रिया को रोकने के लिए नगर निगम के अधिकारियों पर पूरा दबाव बनाया और अब मूल पत्रावली भी जयपुर मंगवाई है. जबकि नगर निगम में पिछले 10 महीनों में मेरी ओर से स्थान निकाय विभाग को शहर के विकास को लेकर कई पत्र भेजे गए, लेकिन उनमें से किसी भी एक पत्र का जवाब आज तक नहीं आया. ऐसे में यह साफ है कि नगर निगम और प्रदेश की सरकार को ठेकेदार चला रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि शहर के विकास को लेकर उन्होंने कई तरह के प्रोजेक्ट हाथ में लिए हैं और वे बीकानेर का विकास करना चाहती है, लेकिन उन्हें नहीं पता कि किस बात के कारण और किसके इशारे पर नगर निगम में उनके बोर्ड को परेशान करने का काम किया जा रहा है. उन्होंने साफ तौर पर इसे राजनीतिक प्रतिस्पर्धा बताया है. ऐसा लग रहा है कि भाजपा की महापौर के चलते कांग्रेस सरकार बर्दाश्त नहीं कर रही है. इसी के चलते निगम में भाजपा बोर्ड को परेशान किया जा रहा है.