बीकानेर. बीकानेर जिला परिषद की साधारण सभा की आखिरी बैठक शुक्रवार को हुई. आने वाले समय में होने वाले पंचायत राज चुनाव से ठीक पहले जिला परिषद के वर्तमान कार्यकाल की आखिरी बैठक भी हंगामेदार रही. बैठक में जिला परिषद के सदस्यों ने अधिकारियों पर काम में लापरवाही के आरोप लगाए. इस दौरान जिला परिषद सदस्य सत्तू खान ने तो बीते करीब 5 सालों में विकास कार्य नहीं होने, सीईओ जिला परिषद पर पूरी तरह से लापरवाही बरतने का आरोप लगाया.
अधिकांश जिला परिषद सदस्यों ने अपने क्षेत्रों में मूलभूत समस्याओं के साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य की व्यवस्थाओं में पूरी तरह से काम के ठप होने का आरोप लगाया. साथ ही पिछली बैठक में हुए निर्णय के अनुसार काम नहीं होने की बात कही.
यह भी पढ़ें : राजनीतिक नियुक्तियों का प्रदेश में रास्ता साफ...15 अक्टूबर तक मांगे गए जिला और ब्लॉक स्तर के पदाधिकारियों से नाम
अपने कार्यकाल की अंतिम बैठक में जिला प्रमुख सुशीला सिंवर के तेवर भी तल्ख नजर आए. दरअसल, एक सदस्य द्वारा मामले को उठाने के बाद शिक्षा विभाग से एडीईओ सुनील बोड़ा जवाब देने के लिए खड़े हुए तो जिला प्रमुख सुशीला सिंवर ने उन्हें रोकते हुए डीईओ के बारे में पूछा. इस पर एडीईओ बोड़ा ने बताया कि डीईओ कहीं अन्यत्र मीटिंग में है. इस पर जिला प्रमुख ने गुस्सा जताते हुए बोड़ा को सदन से बाहर जाने के लिए कह दिया और डीईओ को बैठक में भेजने की बात कही.
यह भी पढ़ें : सहकारिता मंत्री ने की विभाग की समीक्षा, जल्द शुरु होगी 181 हेल्पलाइन सेवा
जिला प्रमुख ने कहा कि पिछली बार भी डीईओ के प्रतिनिधि के तौर पर आप आए थे और आपको सदन से बाहर भेजा गया था, लेकिन आज फिर आप आए हैं. जबकि बैठक में डीईओ को खुद आना चाहिए था. इसलिए आपकी जरूरत नहीं है. आप चले जाइए. इस दौरान बैठक में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों को 17 सीसी के नोटिस देने के आदेश भी जिला प्रमुख ने सीईओ जिला परिषद को दिए. बैठक में जिला कलेक्टर कुमार पाल गौतम, सीईओ जिला परिषद नरेंद्र पाल सिंह, एसीईओ मुकेश मीणा सहित अन्य विभिन्न विभागों के अधिकारी व जिला परिषद सदस्य मौजूद रहे.