बीकानेर. पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी (Devi Singh Bhati) की ओर से सामाजिक सहयोग के साथ बीकानेर (Bikaner) शहर से सटी हुई करीब 23 हजार बीघा गोचर भूमि (Transit Boundary Wall) के संरक्षण के लिए चारदीवारी निर्माण कार्य 1 महीने से लगातार जारी है. इस चारदीवारी के निर्माण को लेकर मंगलवार को एकबारगी विवाद की स्थिति सामने आई.
दरअसल, जिला प्रशासन के निर्देशों के बाद पटवारी और गिरदावर मौके पर पहुंचे और इस दौरान चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण किया. गोचर भूमि पर मौके पर मौजूद भाटी समर्थक और कार्यकर्ताओं का आरोप है कि गिरदावर ने निर्माण कार्य को रोकने की बात की थी. जिसके बाद मौजूद कार्यकर्ताओं ने पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी को इसकी सूचना दी. सूचना मिलने पर पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी (Former Minister Devi Singh Bhati) मौके पर पहुंचे और पटवारी व गिरदावर से बातचीत की. इस दौरान भाटी ने उन्हें गोचर भूमि पर चल रहे काम में किसी तरह को रोकने के प्रयास पर साफ लहजे में दो टूक बात कही.
पटवारी का कहना था कि वे तहसीलदार के निर्देशों के पालना में आए हैं और कुछ तहसीलदार भी मौके पर आ गए थे, लेकिन वे नहीं आए. उन्होंने कहा कि हम काम को रोकने के लिए नहीं आए हैं, हम केवल निरीक्षण के लिए आए हैं.
वहीं, पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी (Former Minister Devi Singh Bhati) ने स्पष्ट तौर पर कहा कि चाहे प्रशासन अब लाठी चलाए या गोली, गोचर में चारदीवारी के संरक्षण का काम किसी भी कीमत पर नहीं रुकेगा. इस दौरान उन्होंने बिना किसी का नाम लिए आरोप लगाया कि प्रशासन किसके दबाव में काम कर रहा है यह सबको पता है. उन्होंने कहा कि कलयुग में कंस और रावण हुए थे और अब भी कोई कंस और रावण इस काम को रोकने का प्रयास कर रहा है, लेकिन यह काम नहीं रुकेगा.
भाटी ने कहा कि जब दो दिन पहले राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) के वरिष्ठ मंत्री बीडी कल्ला (BD Kalla) इस गोचर का निरीक्षण करने आए तो उन्होंने जलदाय विभाग से दो ट्यूबवेल लगाने की सहमति दी है. अब प्रशासन पर सरकार की ओर से किस का दबाव है यह प्रशासन ही बता सकता है. दरअसल, इस पूरे मामले पर भाटी का कहना था कि पिछले एक महीने से काम चल रहा है और अब प्रशासन को इसकी याद आई है. उन्होंने नाम लिए बगैर इशारों ही इशारों में प्रदेश सरकार के एक मंत्री पर सीधा निशाना साधा.