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बीकानेर में एक माह में 13000 के पास पहुंचा आंकड़ा, सुबह आए 776 नए कोरोना पॉजिटिव, ऑक्सीजन को लेकर कलेक्टर ने ली बैठक

बीकानेर में कोरोना वायरस का संक्रमण रुकने का नाम नहीं ले रहा है. लाख कोशिशों और जागरूकता अभियान और जन अनुशासन पखवाड़े के बाद भी लगातार पॉजिटिव केस हर दिन बढ़ते हुए नजर आ रहे हैं. शुक्रवार सुबह जारी हुई पहली लिस्ट में 776 पॉजिटिव रिपोर्ट हुए हैं.

Bikaner Corona News, Corona in Bikaner
बीकानेर में एक माह में 13000 के पास पहुंचा आंकड़ा
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Published : Apr 30, 2021, 2:16 PM IST

बीकानेर. अस्पतालों में ऑक्सीजन और बेड की कमी की लगातार आ रही खबरों के बावजूद भी कोरोना को लेकर जागरूकता की कमी के चलते बाजारों में हो रही भीड़ के बीच बीकानेर में कोरोना का संक्रमण रुकने का नाम नहीं ले रहा है. शुक्रवार सुबह जारी हुई पहली लिस्ट में 776 पॉजिटिव रिपोर्ट हुए हैं. शुक्रवार सुबह जारी हुई पहली लिस्ट के बाद बीकानेर में अब अप्रैल माह में कोरोना संक्रमितो का आंकड़ा 13000 के करीब पहुंच गया है. वहीं अप्रैल माह में अब तक 68 लोगों की कोरोना से मौत हुई है.

उधर कोविड अस्पताल में देर रात बिजली गुल होने के वीडियो के वायरल होने के बाद जिला प्रशासन ने सार्वजनिक निर्माण विभाग और जोधपुर विद्युत वितरण निगम के दो अभियंताओं की सेवाएं पीबीएम अस्पताल को अग्रिम आदेशों तक सौंपते हुए हुए बिजली सप्लाई की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी है. इसके अलावा बीकानेर की निजी बिजली कंपनी बीकानेर इलेक्ट्रिसिटी प्राइवेट लिमिटेड को आदेश जारी कर पीबीएम अस्पताल की बिजली सप्लाई को निर्बाध जारी रखने के लिए कंपनी को अभियंताओं को पीबीएम अस्पताल में तैनात करने के निर्देश दिए हैं.

ऑक्सीजन के अपव्यय को रोकने के लिए निर्देश

गुरुवार देर रात MCH कोविड विंग का ऑक्सीजन सप्लाई व्यवस्था का जिला कलेक्टर नमित मेहता ने अवलोकन किया और शुक्रवार को जिला कलेक्टर नमित मेहता ने जिले के अधिकारियों और पीबीएम अस्पताल के चिकित्सकों के साथ ऑक्सीजन आपूर्ति निर्बाध जारी रखने और ऑक्सीजन के अपव्यय को रोकने के लिए बैठक की. जिला कलेक्टर ने निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर ऑक्सीजन का अपहरण नहीं हो और इसके लिए प्रत्येक बेड की मॉनिटरिंग की जाए. उन्होंने पीबीएम प्रशासन को ऑक्सीजन की खपत वाले प्रत्येक वार्ड में इसके लिए प्रभावी निरीक्षण के लिए दो वरिष्ठ चिकित्सकों की ड्यूटी लगाने के साथ ही हर 10 बेड पर एक नर्सिंग कर्मी की लांग द क्लॉक ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए.

पढ़ें- COVID-19 : जानें राजस्थान के सभी जिलों में कितने खाली बचे हैं ऑक्सीजन बेड, ICU और वेंटिलेटर्स

साथ ही उन्होंने पीबीएम अधीक्षक और मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को हर रोज एमसीएच विंग का विजिट कर नियमित मॉनिटरिंग करने और ऑक्सीजन का अपव्यय नहीं होने देने और लीकेज नहीं होने की व्यवस्था को देखने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में ऑक्सीजन को लेकर बड़ा संकट है और ऐसे में अस्पताल प्रशासन अपने स्तर पर इस तरह की मॉनिटरिंग करें, ताकि किसी भी तरह से ऑक्सीजन की अप्रैल की कोई बात सामने नहीं आए. साथ ही उन्होंने ऑक्सीजन सप्लाई में ऑक्सीजन सिलेंडर गणना को लेकर लेखा सेवा के कार्मिकों की राउंट द क्लॉक ड्यूटी लगाने के भी निर्देश दिए.

बीकानेर. अस्पतालों में ऑक्सीजन और बेड की कमी की लगातार आ रही खबरों के बावजूद भी कोरोना को लेकर जागरूकता की कमी के चलते बाजारों में हो रही भीड़ के बीच बीकानेर में कोरोना का संक्रमण रुकने का नाम नहीं ले रहा है. शुक्रवार सुबह जारी हुई पहली लिस्ट में 776 पॉजिटिव रिपोर्ट हुए हैं. शुक्रवार सुबह जारी हुई पहली लिस्ट के बाद बीकानेर में अब अप्रैल माह में कोरोना संक्रमितो का आंकड़ा 13000 के करीब पहुंच गया है. वहीं अप्रैल माह में अब तक 68 लोगों की कोरोना से मौत हुई है.

उधर कोविड अस्पताल में देर रात बिजली गुल होने के वीडियो के वायरल होने के बाद जिला प्रशासन ने सार्वजनिक निर्माण विभाग और जोधपुर विद्युत वितरण निगम के दो अभियंताओं की सेवाएं पीबीएम अस्पताल को अग्रिम आदेशों तक सौंपते हुए हुए बिजली सप्लाई की मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी दी है. इसके अलावा बीकानेर की निजी बिजली कंपनी बीकानेर इलेक्ट्रिसिटी प्राइवेट लिमिटेड को आदेश जारी कर पीबीएम अस्पताल की बिजली सप्लाई को निर्बाध जारी रखने के लिए कंपनी को अभियंताओं को पीबीएम अस्पताल में तैनात करने के निर्देश दिए हैं.

ऑक्सीजन के अपव्यय को रोकने के लिए निर्देश

गुरुवार देर रात MCH कोविड विंग का ऑक्सीजन सप्लाई व्यवस्था का जिला कलेक्टर नमित मेहता ने अवलोकन किया और शुक्रवार को जिला कलेक्टर नमित मेहता ने जिले के अधिकारियों और पीबीएम अस्पताल के चिकित्सकों के साथ ऑक्सीजन आपूर्ति निर्बाध जारी रखने और ऑक्सीजन के अपव्यय को रोकने के लिए बैठक की. जिला कलेक्टर ने निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी कीमत पर ऑक्सीजन का अपहरण नहीं हो और इसके लिए प्रत्येक बेड की मॉनिटरिंग की जाए. उन्होंने पीबीएम प्रशासन को ऑक्सीजन की खपत वाले प्रत्येक वार्ड में इसके लिए प्रभावी निरीक्षण के लिए दो वरिष्ठ चिकित्सकों की ड्यूटी लगाने के साथ ही हर 10 बेड पर एक नर्सिंग कर्मी की लांग द क्लॉक ड्यूटी लगाने के निर्देश दिए.

पढ़ें- COVID-19 : जानें राजस्थान के सभी जिलों में कितने खाली बचे हैं ऑक्सीजन बेड, ICU और वेंटिलेटर्स

साथ ही उन्होंने पीबीएम अधीक्षक और मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को हर रोज एमसीएच विंग का विजिट कर नियमित मॉनिटरिंग करने और ऑक्सीजन का अपव्यय नहीं होने देने और लीकेज नहीं होने की व्यवस्था को देखने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में ऑक्सीजन को लेकर बड़ा संकट है और ऐसे में अस्पताल प्रशासन अपने स्तर पर इस तरह की मॉनिटरिंग करें, ताकि किसी भी तरह से ऑक्सीजन की अप्रैल की कोई बात सामने नहीं आए. साथ ही उन्होंने ऑक्सीजन सप्लाई में ऑक्सीजन सिलेंडर गणना को लेकर लेखा सेवा के कार्मिकों की राउंट द क्लॉक ड्यूटी लगाने के भी निर्देश दिए.

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