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होली के मौके पर अपनों से मिलीं कई पीढ़ियां, 300 से ज्यादा पारिवारिक सदस्य रहे एक साथ - 300 Chopra family members met on Holi 2022

बीकानेर के गंगाशहर के भैंरूदान चोपड़ा परिवार के लिए इस साल की होली बेहद खास रही. इसकी वजह थी परिवार के करीब 300 सदस्यों का एकसाथ एक जगह (300 family members met on Holi in Bikaner) मिलना. ये सदस्य देश और विदेश से होली के मौके पर गंगाशहर स्थित अपनी हवेलियों में रहे. कई सदस्य ऐसे हैं, जो पहली बार अपनों से रूबरू हुए.

300 family members met on Holi in Bikaner
होली के मौके पर अपनों से मिली कई पीढ़ियां
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Published : Mar 22, 2022, 11:20 PM IST

बीकानेर. शहर के गंगाशहर के चोपड़ा परिवार की पांच पीढ़ियां होली के मौके पर एक साथ नजर आईं. इस परिवार के करीब 300 से ज्यादा लोग देश ही नहीं बल्कि दुनिया के अलग-अलग कोनों से संयुक्त परिवार में एक ही छत के नीचे होली मनाने के लिए बीकानेर (300 Chopra family members met on Holi 2022) पहुंचे. परिवार के लोगों में 8 साल से लेकर 80 साल तक की उम्र के लोग शामिल हुए. गंगाशहर के भैरूंदान चोपड़ा परिवार के ये सभी सदस्य पहली बार एक साथ मिले.

17 से 19 तक मचाया धमाल: भैंरूदान चोपड़ा परिवार के आलोक चोपड़ा बताते हैं कि 17 से 19 मार्च तक परिवार के सभी सदस्य बीकानेर में रहे और इस दौरान पूर्वजों के बनाई हुई हवेलियां खोली गईं. सभी सदस्य इन हवेलियों में रहे. आलोक ने बताया कि परिवार की गंगाशहर में करीब दो दर्जन से ज्यादा हवेलियां हैं, जिन्हें न सिर्फ खोला गया बल्कि उनकी साफ-सफाई और रंग रोगन का काम भी करवाया गया.

पढ़ें: कौमी एकता की मिसाल: झालावाड़ का मुस्लिम परिवार की चार पीढ़ियां होलिका का बनाता है पूतला

फिल्माई डॉक्यूमेंट्री: आलोक ने कहा कि इस दौरान कवि सम्मेलन और अन्य आयोजन भी हुए. फूलों की होली के साथ ही परिवार के सदस्यों के लिए यादगार के रूप में एक डॉक्यूमेंट्री भी फिल्माई. बंगाल से इसके लिए विशेष रूप से टीम भी बीकानेर आई.

पढ़ें: कोरोना कालः खेती की तरफ लौट रहे प्रवासी, एक साथ चार-चार पीढ़ियां खेत में कर रहीं काम

देश और दुनिया के कोने से आए परिवार के सदस्य: आलोक ने बताया कि सूरत, अहमदाबाद, बंगाल, मुंबई, कनाडा, जर्मनी, अमेरिका, नेपाल सहित अन्य जगहों से परिवार के सदस्य बीकानेर आए और सभी गंगाशहर स्थित चोपड़ा मोहल्ला की हवेलियों में रहे.

पढ़ें: चूरू: होली में यहां चढ़ता है चंग ढप की थाप का खुमार, मिलिए एक परिवार से जो संजोए बैठा है 101 साल पुरानी विरासत

संभवतः दोबारा ऐसा संभव नहीं: आलोक बताते हैं कि इस तरह का विचार जब मन में आया तो उसको फलीभूत करने के लिए पिछले 4 महीनों से लगातार बीकानेर में रह रहे परिवार के सभी सदस्य सक्रिय रहे. सभी सदस्यों को कई बार ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर मीटिंग कर बीकानेर बुलाने के प्रयास किए गए. आखिरकार यह प्रयास सफल हुआ और सभी सदस्य बीकानेर पहुंचे. इनमें कई सदस्य पहली बार एक-दूसरे से मिले.

बीकानेर. शहर के गंगाशहर के चोपड़ा परिवार की पांच पीढ़ियां होली के मौके पर एक साथ नजर आईं. इस परिवार के करीब 300 से ज्यादा लोग देश ही नहीं बल्कि दुनिया के अलग-अलग कोनों से संयुक्त परिवार में एक ही छत के नीचे होली मनाने के लिए बीकानेर (300 Chopra family members met on Holi 2022) पहुंचे. परिवार के लोगों में 8 साल से लेकर 80 साल तक की उम्र के लोग शामिल हुए. गंगाशहर के भैरूंदान चोपड़ा परिवार के ये सभी सदस्य पहली बार एक साथ मिले.

17 से 19 तक मचाया धमाल: भैंरूदान चोपड़ा परिवार के आलोक चोपड़ा बताते हैं कि 17 से 19 मार्च तक परिवार के सभी सदस्य बीकानेर में रहे और इस दौरान पूर्वजों के बनाई हुई हवेलियां खोली गईं. सभी सदस्य इन हवेलियों में रहे. आलोक ने बताया कि परिवार की गंगाशहर में करीब दो दर्जन से ज्यादा हवेलियां हैं, जिन्हें न सिर्फ खोला गया बल्कि उनकी साफ-सफाई और रंग रोगन का काम भी करवाया गया.

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फिल्माई डॉक्यूमेंट्री: आलोक ने कहा कि इस दौरान कवि सम्मेलन और अन्य आयोजन भी हुए. फूलों की होली के साथ ही परिवार के सदस्यों के लिए यादगार के रूप में एक डॉक्यूमेंट्री भी फिल्माई. बंगाल से इसके लिए विशेष रूप से टीम भी बीकानेर आई.

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देश और दुनिया के कोने से आए परिवार के सदस्य: आलोक ने बताया कि सूरत, अहमदाबाद, बंगाल, मुंबई, कनाडा, जर्मनी, अमेरिका, नेपाल सहित अन्य जगहों से परिवार के सदस्य बीकानेर आए और सभी गंगाशहर स्थित चोपड़ा मोहल्ला की हवेलियों में रहे.

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संभवतः दोबारा ऐसा संभव नहीं: आलोक बताते हैं कि इस तरह का विचार जब मन में आया तो उसको फलीभूत करने के लिए पिछले 4 महीनों से लगातार बीकानेर में रह रहे परिवार के सभी सदस्य सक्रिय रहे. सभी सदस्यों को कई बार ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर मीटिंग कर बीकानेर बुलाने के प्रयास किए गए. आखिरकार यह प्रयास सफल हुआ और सभी सदस्य बीकानेर पहुंचे. इनमें कई सदस्य पहली बार एक-दूसरे से मिले.

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