भीलवाड़ा. सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद भी जिले से गुजरने वाली बनारस, खारी, मानसी और कोठारी नदी में अवैध बजरी का दोहन जारी है. लेकिन कई जगह ग्रामीणों की सजगता के चलते क्षेत्र में बजरी माफिया खनन नहीं कर पा रहे हैं. ऐसा ही मामला भीलवाड़ा जिले के मांडलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिला.
इस गांव के लोग माफियाओं को बजरी खनन करने नहीं दे रहे हैं, लेकिन बजरी माफिया के हौसले इस कदर बुलंद है कि ग्रामीणों से मारपीट कर बजरी भरकर ले जा रहे हैं. वहीं, पुलिस इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. जिसको लेकर आक्रोशित ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर न्याय की गुहार लगाई है.
जिला कलेक्ट्रेट पर ज्ञापन देने आए ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे भाजपा के जिलाध्यक्ष लादू लाल तेली ने कहा कि भीलवाड़ा जिले के बनास नदी में बजरी माफिया का हौसला काफी बुलंद है. गांव के ग्रामीणों ने एकता के चलते बजरी का अवैध दोहन नहीं होने दिया, लेकिन ये बजरी माफिया ग्रामीणों से मारपीट कर बजरी खनन कर रहे हैं.
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वहीं, सोपरा गांव के ग्रामीण हीरालाल ने बताया कि गांव में 10 सालों से बजरी खनन पर रोक लगी हुई है. बावजूद इसके बजरी माफिया उनके साथ मारपीट करके बजरी का दोहन कर रहे हैं. इसी संबंध में उन्होंने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है और कार्रवाई करने की मांग की है.