भीलवाड़ा. जिले में कोटड़ी थाना क्षेत्र के सवाईपुर कस्बे में युवक की मौत पर परिजनों ने राजमार्ग 758 पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान भीड़ उग्र हो गई और तोड़फोड़ शुरू कर दी. भीड़ को रोकने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग करते हुए उन्हें खदेड़ दिया. इस दौरान पुलिस और गांव वासी आमने-सामने हो गए और ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर किया. पुलिस अधीक्षक प्रीती चंद्रा ने मौके पर पहुंचकर परिजनों से समझाइश कर मामला शांत करवाने का प्रयास किया.
भीलवाड़ा जिले के जित्यास ग्राम निवासी सांवरलाल जाट को 20 दिसम्बर को शहर में डीजे बजाने के नाम पर सुभाष नगर थाना क्षेत्र में बुलाया गया. इस दौरान अज्ञात युवकों ने उसके साथ मारपीट की. इसके कारण वह गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे उपचार के लिए उदयपुर में भर्ती करवाया गया लेकिन उसकी मौत हो गई. इसके बाद ग्रामीण ने हत्यारों की गिरफ्तार की मांग की.
जमना लाल पुत्र शंकर जाट ने सुभाषनगर थाने में रिपोर्ट दी कि उसका भाई सांवरलाल जाट डीजे संचालक था. पिछले दिनों सांवरलाल को किसी ने डीजे लेकर गांव से इरांस क्षेत्र में बुलाया. यहां सांवर लाल पहुंचा तो उसे कुवाड़ा क्षेत्र में आने के लिए कहा गया. सांवर कुवाड़ा खान क्षेत्र में पहुंचा, जहां कार सवार लेगों ने सांवर के साथ मारपीट की. इसके बाद उसे एक मंदिर के पास छोड़कर फरार हो गए. वहीं घायल सांवरलाल को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां से उसे उदयपुर स्थित अस्पताल रेफर किया गया.
सांवर को वहां महाराणा भूपाल चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया. बुधवार को सांवर ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. गुरुवार सुबह शव का पोस्टमार्टम किया गया. इस घटना के विरोध में सवाईपुर के व्यवसायियों ने स्वैच्छा से अपने प्रतिष्ठान बंद रखे. वहीं बड़ी संख्या में ग्रामीण कोटा हाईवे किनारे जमा हो गए. सूचना पर कोटड़ी डीएसपी कीर्ति सिंह, बड़लियास, कोटड़ी और पारोली थाने का पुलिस जाप्ता मौके पर तैनात किया गया है. डीएसपी सिंह भीड़ को समझा रही थी, तभी भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया.
यह भी पढ़ें- BJP अल्पसंख्यक मोर्चा का गहलोत सरकार पर 'हल्ला बोल', लगाया यह आरोप
हालात पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने भी बल प्रयोग किया. करीब तीन से चार बार भीड़ ने पुलिस पर पथराव किया. वहीं जवाब में पुलिस ने भी बल प्रयोग किया. इसके चलते भीलवाड़ा-कोटा हाईवे पर अफरा-तफरी मच गई. वहीं पुलिस अधीक्षक प्रीति चंद्रा भी मौके पर पहुंची और भीड़ में शामिल लोगों को पथराव नहीं करने की अपील कर समझाइश की.