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महिला अत्याचारों के खिलाफ पुलिस ने की ऑपरेशन आवाज की शुरुआत - Female torture

भीलवाड़ा में मंगलवार को 'ऑपरेशन आवाज' का शुभारंभ किया गया. यह अभियान पूरे एक महीने तक चलेगा. यह अभियान प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश और डीजीपी के आदेश पर चलाया गया है.

Police started Operation Awaaz, ऑपरेशन आवाज की शुरुआत
ऑपरेशन आवाज की शुरुआत
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Published : Oct 13, 2020, 9:57 PM IST

भीलवाड़ा. शहर में पुलिस ने महिला अत्याचार के खिलाफ ऑपरेशन आवाज की शुरुआत मंगलवार से कर दी है. यह अभियान पूरे एक महीने तक चलेगा. यह अभियान प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश और डीजीपी के आदेश पर चलाया गया है.

ऑपरेशन आवाज की शुरुआत

पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में पत्रकारों से बातचीत में जिला कलेक्टर शिव प्रसाद एम नकाते ने कहा कि एक सभ्य समाज में महिलाओं का स्थान, उसके अधिकार उसे मिलने चाहिए. किसी महिला के साथ अगर प्रताड़ना होती है, चाहे वह घर के या बाहर के किसी व्यक्ति द्वारा किया जा रहा अत्याचार हो या अन्याय हो, उसके खिलाफ अपनी बात रखने का मौका सही प्लेटफॉर्म पर मिल सके, यह आवश्यक है. नकाते ने यह भी कहा कि कई महिलाएं किसी के दबाव में आकर होने वाले अन्याय के खिलाफ बात नहीं कर सकतीं और अंदर ही अंदर घुटती रहती हैं. इसका परिणाम आत्महत्या के रूप में भी परिवर्तित हो जाता है.

पढ़ें- स्पेशल : WFH बन रहा शारीरिक व मानसिक परेशानियों की वजह, जानिये क्या कहते हैं डॉक्टर्स

वहीं पुलिस अधीक्षक प्रीति चंद्रा का कहना है कि ऑपरेशन आवाज 1 महीने का अभियान है. इसका मकसद महिला अत्याचार महिलाओं के साथ बलात्कार और महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों के संबंध में महिलाओं को बल देना है. उन्होंने कहा कि सभी मिलकर यह प्रयास करें कि एक माह का यह अभियान आने वाले समय में सफल हो.

भीलवाड़ा. शहर में पुलिस ने महिला अत्याचार के खिलाफ ऑपरेशन आवाज की शुरुआत मंगलवार से कर दी है. यह अभियान पूरे एक महीने तक चलेगा. यह अभियान प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश और डीजीपी के आदेश पर चलाया गया है.

ऑपरेशन आवाज की शुरुआत

पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में पत्रकारों से बातचीत में जिला कलेक्टर शिव प्रसाद एम नकाते ने कहा कि एक सभ्य समाज में महिलाओं का स्थान, उसके अधिकार उसे मिलने चाहिए. किसी महिला के साथ अगर प्रताड़ना होती है, चाहे वह घर के या बाहर के किसी व्यक्ति द्वारा किया जा रहा अत्याचार हो या अन्याय हो, उसके खिलाफ अपनी बात रखने का मौका सही प्लेटफॉर्म पर मिल सके, यह आवश्यक है. नकाते ने यह भी कहा कि कई महिलाएं किसी के दबाव में आकर होने वाले अन्याय के खिलाफ बात नहीं कर सकतीं और अंदर ही अंदर घुटती रहती हैं. इसका परिणाम आत्महत्या के रूप में भी परिवर्तित हो जाता है.

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वहीं पुलिस अधीक्षक प्रीति चंद्रा का कहना है कि ऑपरेशन आवाज 1 महीने का अभियान है. इसका मकसद महिला अत्याचार महिलाओं के साथ बलात्कार और महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों के संबंध में महिलाओं को बल देना है. उन्होंने कहा कि सभी मिलकर यह प्रयास करें कि एक माह का यह अभियान आने वाले समय में सफल हो.

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