भीलवाड़ा. जिले में मंगरोप थाना क्षेत्र के मंडपिया स्टेशन के निकट करीब डेढ़ महीने पहले रेलवे पटरी पर हमीरगढ़ निवासी लादू लाल कुम्हार की मौत ट्रेन की चपेट में आने से नहीं हुई थी, बल्कि उसे गला घोटकर मारा गया था. हत्या का सबूत मिटाने और पुलिस को भ्रमित करने के लिए शव को पटरी पर रख दिया गया था, जिससे पुलिस और लोगों को लगे कि ट्रेन की चपेट में आने से व्यक्ति की मौत हुई है.
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मंगरोप पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि 2 लोगों की तलाश की जारी है. बताया जा रहा है कि एक आरोपी की बहन पर मृतक का बेटा बुरी नजर रखता था. आपत्ति जताने पर मृतक लादू ने अपने बेटे को समझाने की बजाय आरोपी के साथ बदसलूकी की थी. इसी रंजिश के चलते उसकी हत्या कर दी गई.
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सदर पुलिस उपाधीक्षक रामचन्द्र चौधरी का कहना कि 7 अप्रैल को हमीरगढ़ निवासी लादू कुम्हार का चित्तौड़गढ़ रेलमार्ग पर मंडपिया स्टोशन के पास ट्रैक पर शव मिला था. मंडपिया स्थित ससुराल में लादू का ईट भट्टा चलता था. मृतक के भाई मोहनलाल कुम्हार ने उस समय मामला दर्ज करवाया था. इसमें बताया कि 6 अप्रैल की रात में लादू शौच के लिए रेलवे पटरियों के पास गया. वहां ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई. इसके बाद परिजनों ने लादू की हत्या का आशंका जताई. इस पर डीएसपी रामचंद्र चौधरी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें पुलिस ने लादू की कॉल डिटेल निकलवाई गई. टीम के अथक प्रयास के बाद हत्या के आरोप में मंडपिया चारणान निवासी सावरा उर्फ सांवरिया कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया. वही पुलिस हत्या में शामिल उसके साथी सरदारनगर निवासी सुरेश गिरी गोस्वामी और मंडपिया चारणान निवासी सूरज नाथ की तलाश कर रही है.
6 अप्रैल की रात की गई थी हत्या
आरोपियों से पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि मृतक लादू का बेटा लोकेश एक आरोपी की बहन पर बुरी नजर रखता था. इससे परेशान होकर आरोपी ने लादू के सामने विरोध समझाने की बजाय शराब पीकर आरोपी के घर बाहर हंगामा करता था. इससे आरोपियों ने लादु की हत्या की योजना बनाई. 6 अप्रैल की रात सुरेश गिरी, सांवरा और सूरज नाथ शराब पीने के बहाने लादू के इट भट्टे पर गए. वहां लादू को शराब पिलाई. उसके बाद भट्टे से कुछ दूर ले जाकर तीनों ने लात -घूसों से मारपीट की, फिर बेल्ट से लादू का गला घोंट दिया. इसके बाद उन्होंने सबूत मिटाने और हादसे का रूप देने के लिए शव पटरी पर रख दिया, जिससे ट्रेन की चपेट में आकर मौत लगे. वहीं मृतक लादू लाल की जेब में रखे 9 हजार रुपये निकाल लिए और आपस में बांट लिए. इसके बाद आरोपी अपने-अपने घर चले गए.