भीलवाड़ा. जिले के शाहपुरा कस्बे में स्थित अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय के रामद्वारा में 'फुलडॉल' महोत्सव चल रहा है. यहां शाहपुरा नगरपालिका की ओर से राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. कवि सम्मेलन में डॉ. कुमार विश्वास ने शिरकत की. बता दें कि शाहपुरा में डॉक्टर कुमार विश्वास ने सरकारी कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में ही नौकरी की शुरुआत की थी.
कॉलेज पहुंचने पर संस्थान की ओर से डॉ. विश्वास का भव्य स्वागत किया गया. इस दौरान डॉ. कुमार विश्वास प्रेस से मुखातिब होते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री और किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री शिक्षा व्यवस्था के प्रति गंभीर नहीं हैं. देश में किसी मुख्यमंत्री के पास संस्कृति और शिक्षा विभाग नहीं है, वह सिर्फ गृह और सार्वजनिक निर्माण विभाग ही अपने पास रखते हैं.
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खुद की बेटी को भेजना पड़ रहा विदेश
डॉ. विश्वास ने कहा कि राजनीति में काम करने वालों को देश में शिक्षण संस्थान अच्छे बनाने के प्रयास करने चाहिए थे. राजनीति के कारण 70 सालों में भी दुनिया के पहले 100 विश्वविद्यालयों में देश का कोई विश्वविद्यालय शामिल नहीं है. उन्होंने कहा कि वे स्वयं सच्चे स्वदेशी और राष्टवादी हैं, बावजूद इसके उन्हें अपनी बेटी को अमेरिका अध्ययन के लिए भेजना पड़ रहा है.
मौका मिला तो संभालेंगे शिक्षा विभाग
उन्होंने कहा कि अगर उन्हें मंत्री बनने का मौका मिला, तो वे शिक्षा और संस्कृति मंत्रालय ही संभालेंगे. वहीं, उन्होंने कहा कि देश में हमें शिक्षा व्यवस्था सुधारनी होगी. अगर हम खराब इंजीनियर बनाएंगे, तो वह खराब पुल बनाएगा. अगर हम खराब डॉक्टर बनाएंगे, तो वह जिंदगी भर इलाज में लापरवाही बरतेगा. अगर आप शिक्षा संस्थान अच्छे बनाएंगे, तो सदियों तक अच्छा मनुष्य बनेगा.