भीलवाड़ा. प्रदेश के मनरेगा आयुक्त पीसी किसन एक दिवसीय दौरे पर भीलवाड़ा पंहुचे, जहां कलेक्ट्रेट सभागार में पंचायती राज से जुड़े तमाम अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली. बैठक के दौरान आयुक्त ने सख्त निर्देश देते हुए कहा कि मनरेगा कार्य स्थल पर अगर जेसीबी का उपयोग पाया जाता है, तो विकास अधिकारी, जेटीओ और संबंधित मेट के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाएं.
समीक्षा के दौरान जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते सहित जिला परिषद के सीईओ सहित जिला स्तरीय अधिकारियों से फीडबैक लिया. इस दौरान मनरेगा कार्यों में अन्य विभागों से कन्वर्जेंस बढ़ाने के निर्देश दिए. वहीं जल ग्रहण योजना पर विशेष ध्यान देने के तमाम अधिकारियों को निर्देश दिए. साथ ही कहा कि जल ग्रहण योजना से ही जिले में जो वाटर लेवल कम है, उसको बढ़ाया जा सकता है. इसलिए जल ग्रहण योजना में जो भी काम करवाए जाते हैं, उसमें गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखना होगा. अधिकारी फील्ड में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं करें.
मनरेगा के तहत भीलवाड़ा जिले में जितना काम चल रहा है, उसको लेकर जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी से जानकारी ली और मनरेगा कार्य स्थल पर समुचित व्यवस्था रखने के निर्देश देते हुए कहा कि मनरेगा कार्य स्थल पर जो मेट सही कार्य नहीं करता है, उसको ब्लैक लिस्टेड किया जाए.
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वहीं मनरेगा कार्य स्थल पर अगर कोई जेसीबी चलती दिखाई दे तो संबंधित मेट, जेटीओ, विकास अधिकारी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करते हुए पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाएं. उन्होंने कहा कि जिले के तमाम अधिकारियों का एक ही उद्देश्य होना चाहिए कि जिले में अधिक से अधिक लोगों को मनरेगा में तय समय पर रोजगार मिले, जिससे वह रोजगार प्राप्त कर वह अपना घर खर्च आसानी से चला सके.