भीलवाड़ा. रूस और यूक्रेन के बीच कुछ दिनों से जारी तनाव ने आज जंग का रूप (Russia Ukraine War) ले लिया. जिसके चलते यूक्रेन से बड़ी संख्या में भारतीय अपने वतन की और लौट रहे हैं. इसी तरह कपड़ा नगरी भीलवाड़ा की भी दो मेडिकल छात्राएं आज मेवाड़ (Rajasthan Students on Ukraine Situation) की धरा पर पहुंची. भीलवाड़ा पहुंचने पर परिजनों ने भव्य रुप से उनका स्वागत किया. लंबे समय के बाद अपने परिवार से मिलने पर छात्रा अविका विजयवर्गीय का दर्द छलक पड़ा. मेडिकल छात्रा अविका के घर पहुंचने पर हर किसी की आंखों में खुशी के आंसू और दिल मे अपने बच्चे के घर आ जाने का सुकून था.
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए अविका विजयवर्गीय ने वहां के हालातों के बारे में भी बताया है. अवीका का कहना है कि आज से वहां हालत ज्यादा बिगड़ गए हैं. मैं पश्चिम क्षेत्र में रहा करती थी जो की एक तरह से सुरक्षित जॉन है और जहां हालत खराब (Russia Ukraine Crisis) है वह पूर्वी बॉर्डर क्षेत्र में है. जहां लगातार धमाकों की सूचनाएं आ रही थी. उनके शिक्षकों ने हर अपडेट के बारे में लगातार उन्हें बताया. लोगों की सुरक्षा के लिए वहां पर बंकर बनाए गए हैं.
छात्रा ने कहा कि भारत सरकार की तरफ से उन्हें कोई मदद नहीं मिली है. मैं अपने खुद के खर्च पर चार्टर प्लेन से 52 स्टूडेंट के साथ भारत पहुंची हूं. जिसमें राजस्थान के 17 छात्र-छात्राएं भी है. हमें सफर करने में कम से कम 3 से 4 दिन लगे हैं. अभी भी कई स्टूडेंट है जो वहां पर फंसे हुए हैं. मैं यही कामना करती हूं कि जल्दी से जल्द यह तनाव खत्म हो जाए.
वहीं दूसरी तरफ अविका विजयवर्गीय के माता-पिता के अनुसार जब से उन्होंने रूस और यूक्रेन के बीच तनाव की सूचना सुनी तब से वह चिंता में थे और 1 साल के बाद जब बेटी अपने घर आई तब उनको सुकून प्राप्त हुआ. पूरे परिवार ने ढोल नगाड़ों के साथ और पुष्प वर्षा कर के अविका विजयवर्गीय का भव्य स्वागत किया है. इसके साथ ही उनका यह भी कहना है कि हम यही दुआ करते हैं कि जल्द से जल्द रूस और यूक्रेन के बीच तनाव खत्म हो जाए.