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भीलवाड़ा में जिंदगी दांव पर लगाकर मजदूर रहे खनन, ना मिल रहा मास्क और ना सुरक्षा उपकरण

प्रदेश में सिलिकोसिस की बीमारी धड़ल्ले से फैल रही है. लेकिन, इन खनिज मालिकों द्वारा मजदूरों को ना तो मास्क दिया जाता है और ना ही सुरक्षा उपकरण. भीलवाड़ा में भी ग्रेनाइट की खदानों पर मजदूर बिना सुरक्षा उपकरण काम करते हुए दिखे.

Workers in Bhilwara, not safety working, भीलवाड़ा न्यूज़
भीलवाड़ा में मजदूरों की सुरक्षा पर नहीं दिया जा रहा ध्यान
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Published : Mar 4, 2020, 12:38 PM IST

भीलवाड़ा. जिले के करेड़ा क्षेत्र में संचालित 36 से ज्यादा ग्रेनाइट की खदानों पर मजदूर बिना सुरक्षा उपकरण काम करते हुए दिख रहे हैं. लेकिन, खनिज विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. इस कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. ईटीवी भारत की टीम ने रियलिटी चेक किया तो हर एक खदानों पर मजदूर बिना सुरक्षा उपकरण लगाए काम करते हुए दिखे.

जाहिर है, प्रदेश में सिलिकोसिस की बीमारी धड़ल्ले से फैल रही है. लेकिन, इन खनिज मालिकों द्वारा मजदूरों को ना तो मास्क दिया जाता है और ना ही सुरक्षा उपकरण. इसलिए खदान में मजदूर ड्रिलिंग करते वक्त बिना मास्क लगाए दिखे.

भीलवाड़ा में मजदूरों की सुरक्षा पर नहीं दिया जा रहा ध्यान

पढ़ें: जोधपुरः दुकानों की आड़ में चल रही अवैध शराब की फैक्ट्री पर छापा, लाखों रुपए की अवैध शराब जब्त

समझा जा सकता है कि भीलवाड़ा में खनिज विभाग चेकिंग के नाम पर खानापूर्ति करता रहा है. वहीं, खदान मजदूरों द्वारा बिना सुरक्षा उपकरण काम करने को लेकर जब ईटीवी भारत की टीम ने भीलवाड़ा को खनिज विभाग कार्यालय में माइनिंग इंजीनियर मोहम्मद आसिफ अंसारी से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा जिले की करेड़ा क्षेत्र में संचालित ग्रेनाइट की खदानों पर मजदूरों को सुरक्षा उपकरण लगाकर ही काम करना चाहिए. ये एक गंभीर मामला है. हम इस मामले की चेकिंग करवाएंगे.

पढ़ें: नागौर के मकराना में नकाबपोश बदमाशों ने 2 युवकों पर की फायरिंग, एक की मौत, दूसरा गंभीर रूप से घायल

माइनिंग इंजीनियर ने बताया कि सभी खदान मालिकों को भी निर्देश दिया है कि मजदूरों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करवाकर ही माइनिंग जोन में काम करवाया जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि कि समय-समय पर इन मजदूरों को भी अपने जीवन की सुरक्षा के लिए मोटिवेट किया जाता है.

देखना यह होगा कि जिले में संचालित खदानों पर बिना सुरक्षा उपकरण काम कर रहे मजदूर के लिए माइनिंग विभाग खदान मालिकों के खिलाफ क्या कार्रवाई करेगा.

भीलवाड़ा. जिले के करेड़ा क्षेत्र में संचालित 36 से ज्यादा ग्रेनाइट की खदानों पर मजदूर बिना सुरक्षा उपकरण काम करते हुए दिख रहे हैं. लेकिन, खनिज विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. इस कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. ईटीवी भारत की टीम ने रियलिटी चेक किया तो हर एक खदानों पर मजदूर बिना सुरक्षा उपकरण लगाए काम करते हुए दिखे.

जाहिर है, प्रदेश में सिलिकोसिस की बीमारी धड़ल्ले से फैल रही है. लेकिन, इन खनिज मालिकों द्वारा मजदूरों को ना तो मास्क दिया जाता है और ना ही सुरक्षा उपकरण. इसलिए खदान में मजदूर ड्रिलिंग करते वक्त बिना मास्क लगाए दिखे.

भीलवाड़ा में मजदूरों की सुरक्षा पर नहीं दिया जा रहा ध्यान

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समझा जा सकता है कि भीलवाड़ा में खनिज विभाग चेकिंग के नाम पर खानापूर्ति करता रहा है. वहीं, खदान मजदूरों द्वारा बिना सुरक्षा उपकरण काम करने को लेकर जब ईटीवी भारत की टीम ने भीलवाड़ा को खनिज विभाग कार्यालय में माइनिंग इंजीनियर मोहम्मद आसिफ अंसारी से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा जिले की करेड़ा क्षेत्र में संचालित ग्रेनाइट की खदानों पर मजदूरों को सुरक्षा उपकरण लगाकर ही काम करना चाहिए. ये एक गंभीर मामला है. हम इस मामले की चेकिंग करवाएंगे.

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माइनिंग इंजीनियर ने बताया कि सभी खदान मालिकों को भी निर्देश दिया है कि मजदूरों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध करवाकर ही माइनिंग जोन में काम करवाया जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि कि समय-समय पर इन मजदूरों को भी अपने जीवन की सुरक्षा के लिए मोटिवेट किया जाता है.

देखना यह होगा कि जिले में संचालित खदानों पर बिना सुरक्षा उपकरण काम कर रहे मजदूर के लिए माइनिंग विभाग खदान मालिकों के खिलाफ क्या कार्रवाई करेगा.

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