भीलवाड़ा. जिले में एक निजी कंपनी की ब्लास्टिंग से हुए नुकसान को लेकर आंदोलन करने पुर के लोगों का सब्र एक बार फिर जवाब देने लगा है. इसको लेकर संघर्ष सेवा समिति ने एक बार फिर से सीधे-सीधे नगर विकास न्यास अधिकारी पर पुर के निवासियों को परेशान करने का आरोप लगाया है.
इन ब्लास्टिंग से मकानों में आ रही दरारों को लेकर संघर्ष सेवा समिति पुर के पदाधिकारियों ने मंगलवार को एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया, जिसमें पदाधिकारियों ने यूआईटी अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने सचिव पर मुआवजे के बदले रुपए की मांगने का आरोप लगाया है. उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द से जल्द लोगों की समस्याओं को दूर नहीं किया गया तो आने वाले समय में लोगों द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा.
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समिति के सचिव महावीर व्यास ने कहा कि पिछले कई वर्षों से पुर के लोग इस निजी कंपनी द्वारा की जा रही ब्लास्टिंग से परेशान है. इसके चलते हमारे घरों में दरारें आ चुकी है और कई घर धराशाही भी हो गए हैं. इसको लेकर पिछले प्रदर्शन पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्वयं पूर का दौरा किया था और उचित न्याय दिलाने का आश्वासन दिया था.
इसके बावजूद नगर विकास न्यास द्वारा हमारी ओर कोई ध्यान नहीं देता. इसके कारण मुख्यमंत्री के आदेशों के बावजूद पुर का विकास रुका हुआ है. वहीं, व्यास ने यह भी कहा कि यदि हमारी समस्याओं का निवारण नहीं किया जाता है तो समस्त पुर गांव द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग के साथ एक बैठक की जाएगी, जिसमें निर्णय के बाद सभी पुर गांववासियों द्वारा नगर विकास न्यास का घेराव किया जाएगा.