भीलवाड़ा. जिले के मांडलगढ़ थाना क्षेत्र के सारण का खेड़ा गांव में एक सप्ताह पूर्व अवैध हथकढ़ शराब के सेवन करने से एक महिला सहित पांच लोगों की मौत हो गई. वह कई व्यक्ति गंभीर बीमार हो गए, जिनका उपचार वर्तमान में भी भीलवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल में चल रहा है.
अवैध हथकढ़ शराब से मौत के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर जिले की आबकारी अधिकारी सहित मांडलगढ़ क्षेत्र के आबकारी और पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया था और इसकी जांच अजमेर संभाग की संभागीय आयुक्त डॉ. वीणा प्रधान को सौंपी गई. जहां शुक्रवार को अजमेर संभाग की संभागीय आयुक्त डॉ. वीणा प्रधान मांडलगढ़ क्षेत्र के सारण का खेड़ा गांव पहुंची और परिवार को ढांढस बंधाया.
इस दौरान उन्होंने बच्चों से वार्तालाप करते हुए कहा कि अब आप भविष्य में ना शराब बनाए, ना बेचे और ना खुद सेवन करें. जिससे भविष्य में ऐसा दिन आपको देखने को नहीं मिले. सारण का खेड़ा गांव में संभागीय आयुक्त मीणा प्रधान ने प्रेस से मुखातिब होते हुए कहा कि जो पांचों मृतक है, उन सभी के घर पर जाकर आए हैं. उनकी पेंशन भी शुरू हो चुकी है, हमने उनके बच्चों से मुलाकात कर ना शराब पीने, बेचने और ना बनाने के लिए कहा है. साथ ही मृतक परिवार को दो-दो लाख रुपये और बीमार को 50 -50 हजार रूपये उनके खाते में दिए गए हैं. साथ ही इनके वर्तमान में अस्थाई घर उनके कई पक्के मकान बनवाने के लिए हमने अभी से प्रयास शुरू कर दिए है.