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Special : कोरोना की मार झेल रहे सब्जी क्रेता और विक्रेता, भीलवाड़ा में फलों से भी महंगी बिक रहीं सब्जियां

कोरोना महामारी का असर हर जगह देखने को मिल रहा है. मंडियों में सब्जियां काफी महंगी हो गई हैं, इससे गरीब की थाली से हरी सब्जियां गायब हो गई हैं. ईटीवी भारत की टीम ने भीलवाड़ा में शाम को लगने वाली सब्जी मंडी और रेलवे स्टेशन के पास सब्जी मंडी सहित 6 सब्जी मंडियों की स्थिति का जायजा लिया. सभी जगहों पर सब्जियों के भाव आसमान छूते नजर आ रहे हैं. हरी सब्जियां फलों से भी महंगी बिक रही हैं. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Sep 17, 2020, 6:25 PM IST

सब्जियों के दाम, महंगी सब्जियां, Bhilwara News
भीलवाड़ा में बेहद महंगी बिक रहीं सब्जियां

भीलवाड़ा. कोरोना महामारी का असर हर जगह देखने को मिल रहा है. जहां इस बार कीटों के प्रकोप के कारण हरी सब्जियों की कई फसलें नष्ट हो गईं और दलहनी फसलों में पीलापन रोग के कारण किसान परेशान हुए, वहीं अब सब्जी क्रेता और विक्रेता पर कोरोना की मार पड़ रही है. सब्जियों के दाम काफी बढ़ गए हैं, जिससे गरीब की थाली से हरी सब्जियां गायब हो गई हैं.

भीलवाड़ा में बेहद महंगी बिक रहीं सब्जियां

ईटीवी भारत की टीम ने भीलवाड़ा में शाम को लगने वाली सब्जी मंडी और रेलवे स्टेशन के पास सब्जी मंडी सहित 6 सब्जी मंडियों की स्थिति का जायजा लिया. सभी जगहों पर सब्जियों के भाव आसमान छूते हुए नजर आ रहे हैं. हरी सब्जियां फलों से भी महंगी बिक रही हैं. सब्जी खरीदने आए गोपाल ने कहा कि सभी सब्जियां महंगी हैं. आलू और प्याज भी महंगे हैं. सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं और ऐसे में हम कैसे सब्जी खरीद पाएंगे. सब्जी खरीदने आए डॉ. विश्वदीप ने भी ईटीवी भारत पर अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि कोरोना महामारी की वजह से 70 प्रतिशत बिक्री वैसे ही कम हो गई है, वहीं अब सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं. जब तक कोरोना की दवा नहीं आएगी, तब तक आर्थिक गतिविधियां भी अच्छी तरह से संचालित नहीं होगी और इसी तरह सभी वस्तुओं के भाव बढ़ते रहेंगे.

पढ़ें: Special: जेल में बैठकर गैंग ऑपरेट करने वाले गैंगस्टर्स पर रखी जा रही खास नजर, SDM और ADM कर रहे औचक निरीक्षण

शाम की सब्जी मंडी में सब्जी विक्रेता आबिद ने कहा कि सब्जियों के भाव बढ़े हुए हैं और कोरोना महामारी के चलते व्यापार भी नहीं चल रहा है. सब्जियों में कीटाणु जल्द लगने की वजह से इस बार सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं. लोगों का बजट बिगड़ चुका है. वहीं, कोरोना के डर के चलते लोग घर से बाहर कम ही निकल रहे हैं. सब्जी विक्रेता रामू देवी ने कहा कि पहले लॉकडाउन की वजह से किसान सब्जियों की बुवाई नहीं कर पाए. कुछ किसानों ने सब्जियों की बुवाई की तो उनकी फसलें कीटों के प्रकोप के कारण नष्ट हो गईं. इसके चलते अब सब्जियों के भाव बढ़ रहे हैं. महंगाई के कारण खरीदार भी नजर नहीं आ रहे हैं. हमें भी लागत मूल्य नहीं मिल रहा है. साथ ही मंडी में अन्य सब्जी विक्रेता अब्दुल हमीद ने कहा कि मंडी में सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं, इसलिए ज्यादा ग्राहक नजर नहीं आ रहे हैं.

पढ़ें: SPECIAL: राजस्थान में 40 से 50 साल के व्यक्ति भी फर्जी तरीके से ले रहे हैं वृद्धा पेंशन का लाभ, प्रशासन ने शुरू की कार्रवाई

वहीं, गृहणी आशा रामावत ने कहा कि सब्जियों के भाव का सबसे ज्यादा प्रभाव गृहणियों पर पड़ा है. हमारा घर का बजट बिगड़ गया है. कोरोना महामारी की वजह से देश की आर्थिक स्थिति कमजोर हुई है और व्यापार बिल्कुल ठप है. एक तरफ डाक्टर कहते हैं कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए हरी सब्जियों का उपयोग करें. लेकिन हरी सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं. ऐसे में हम भी नहीं खरीद पा रहे हैं. सब्जियों के दाम फलों से भी ज्यादा हैं.

मंडी में सब्जियों के भाव...

  • टमाटर- 60 रुपये प्रति किलो
  • धनिया - 250 रुपये प्रति किलो
  • तोरई -80 रुपये प्रति किलो
  • ग्वार फली -120 रुपये प्रति किलो
  • पालक - 40 रुपये प्रति किलो
  • टमाटर - 60 रुपये प्रति किलो
  • हरी मिर्च -80 रुपये प्रति किलो
  • लौकी - 40 रुपये प्रति किलो
  • आलू - 35 रुपये प्रति किलो
  • प्याज - 30 रुपये प्रति किलो

भीलवाड़ा. कोरोना महामारी का असर हर जगह देखने को मिल रहा है. जहां इस बार कीटों के प्रकोप के कारण हरी सब्जियों की कई फसलें नष्ट हो गईं और दलहनी फसलों में पीलापन रोग के कारण किसान परेशान हुए, वहीं अब सब्जी क्रेता और विक्रेता पर कोरोना की मार पड़ रही है. सब्जियों के दाम काफी बढ़ गए हैं, जिससे गरीब की थाली से हरी सब्जियां गायब हो गई हैं.

भीलवाड़ा में बेहद महंगी बिक रहीं सब्जियां

ईटीवी भारत की टीम ने भीलवाड़ा में शाम को लगने वाली सब्जी मंडी और रेलवे स्टेशन के पास सब्जी मंडी सहित 6 सब्जी मंडियों की स्थिति का जायजा लिया. सभी जगहों पर सब्जियों के भाव आसमान छूते हुए नजर आ रहे हैं. हरी सब्जियां फलों से भी महंगी बिक रही हैं. सब्जी खरीदने आए गोपाल ने कहा कि सभी सब्जियां महंगी हैं. आलू और प्याज भी महंगे हैं. सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं और ऐसे में हम कैसे सब्जी खरीद पाएंगे. सब्जी खरीदने आए डॉ. विश्वदीप ने भी ईटीवी भारत पर अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि कोरोना महामारी की वजह से 70 प्रतिशत बिक्री वैसे ही कम हो गई है, वहीं अब सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं. जब तक कोरोना की दवा नहीं आएगी, तब तक आर्थिक गतिविधियां भी अच्छी तरह से संचालित नहीं होगी और इसी तरह सभी वस्तुओं के भाव बढ़ते रहेंगे.

पढ़ें: Special: जेल में बैठकर गैंग ऑपरेट करने वाले गैंगस्टर्स पर रखी जा रही खास नजर, SDM और ADM कर रहे औचक निरीक्षण

शाम की सब्जी मंडी में सब्जी विक्रेता आबिद ने कहा कि सब्जियों के भाव बढ़े हुए हैं और कोरोना महामारी के चलते व्यापार भी नहीं चल रहा है. सब्जियों में कीटाणु जल्द लगने की वजह से इस बार सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं. लोगों का बजट बिगड़ चुका है. वहीं, कोरोना के डर के चलते लोग घर से बाहर कम ही निकल रहे हैं. सब्जी विक्रेता रामू देवी ने कहा कि पहले लॉकडाउन की वजह से किसान सब्जियों की बुवाई नहीं कर पाए. कुछ किसानों ने सब्जियों की बुवाई की तो उनकी फसलें कीटों के प्रकोप के कारण नष्ट हो गईं. इसके चलते अब सब्जियों के भाव बढ़ रहे हैं. महंगाई के कारण खरीदार भी नजर नहीं आ रहे हैं. हमें भी लागत मूल्य नहीं मिल रहा है. साथ ही मंडी में अन्य सब्जी विक्रेता अब्दुल हमीद ने कहा कि मंडी में सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं, इसलिए ज्यादा ग्राहक नजर नहीं आ रहे हैं.

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वहीं, गृहणी आशा रामावत ने कहा कि सब्जियों के भाव का सबसे ज्यादा प्रभाव गृहणियों पर पड़ा है. हमारा घर का बजट बिगड़ गया है. कोरोना महामारी की वजह से देश की आर्थिक स्थिति कमजोर हुई है और व्यापार बिल्कुल ठप है. एक तरफ डाक्टर कहते हैं कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए हरी सब्जियों का उपयोग करें. लेकिन हरी सब्जियों के भाव आसमान छू रहे हैं. ऐसे में हम भी नहीं खरीद पा रहे हैं. सब्जियों के दाम फलों से भी ज्यादा हैं.

मंडी में सब्जियों के भाव...

  • टमाटर- 60 रुपये प्रति किलो
  • धनिया - 250 रुपये प्रति किलो
  • तोरई -80 रुपये प्रति किलो
  • ग्वार फली -120 रुपये प्रति किलो
  • पालक - 40 रुपये प्रति किलो
  • टमाटर - 60 रुपये प्रति किलो
  • हरी मिर्च -80 रुपये प्रति किलो
  • लौकी - 40 रुपये प्रति किलो
  • आलू - 35 रुपये प्रति किलो
  • प्याज - 30 रुपये प्रति किलो
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