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भीलवाड़ा में अब कोई कोरोना पॉजिटिव केस नहीं, लेकिन महाकर्फ्यू जारी, बिना पास प्रवेश वर्जित

भीलवाड़ा में अब एक भी कोरोना पोजिटिव मरीज नहीं है. लेकिन, पुलिस- प्रशासन सतर्क है. यहां 3 अप्रैल से महाकर्फ्यू लगा था, जो अब तक जारी है. शुक्रवार को महाकर्फ्यू के 15वें दिन भी जगह-जगह पुलिस जाब्ता तैनात दिखा और भीलवाड़ा के शहरी क्षेत्र में बिना पास प्रवेश नहीं दिया जा रहा है.

Bhilwara News, बिना पास प्रवेश वर्जित
भीलवाड़ा में 15 दिनों से कर्फ्यू जारी
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Published : Apr 17, 2020, 1:06 PM IST

भीलवाड़ा. जिले में कोरोना के संक्रमण के मद्देनजर पुलिस-प्रशासन मुस्तैद है. कुछ दिनों पहले राजस्थान का कोरोना हाटस्पॉट चुके भीलवाड़ा में अब एक भी कोरोना पोजिटिव मरीज नहीं है. लेकिन, पुलिस- प्रशासन सतर्क है. यहां 3 अप्रैल से महाकर्फ्यू लगा था, जो अब तक जारी है.

एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश के लिए 3 मई तक के लिए लॉकडाउन-2 की घोषणा की है. वहीं, भीलवाड़ा जिला प्रशासन ने शहर में महाकर्फ्यू जारी रखा है. शुक्रवार को महाकर्फ्यू के 15वें दिन भी जगह-जगह पुलिस जाब्ता तैनात दिखा और भीलवाड़ा के शहरी क्षेत्र में बिना पास प्रवेश नहीं दिया जा रहा है.

पढ़ें: पाली में पुलिस दिवस पर कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों को किया गया जागरूक

भीलवाड़ा में भीलवाड़- चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा-अजमेर, भीलवाड़ा-कोटा और भीलवाड़ा-उदयपुर सहित राजमार्गों से एंट्री पॉइंट पर वाहनों की चेकिंग करके कर्फ्यू पास होने पर ही प्रवेश दिया जा रहा है, जिससे बाहरी व्यक्ति अगर कोरोना से संक्रमित हो तो भीलवाड़ा में वापस इनकी संख्या ना बढ़ सके.

भीलवाड़ा-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर शहर में एंट्री प्वाइंट पर मुस्तैद पुलिस के एएसआई पृथ्वीराज ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि जब से भीलवाड़ा शहर में 20 मार्च से कर्फ्यू लगा है, तभी से हम मुस्तैद हैं. हर एक वाहन को चेक किया जा रहा है और उनसे अपील की जा रही है कि जीवन बचाने के लिए आप घर पर ही रहें, जिससे कोरोना संक्रमण की चेन खत्म हो सके.

28 से शून्य हुआ कोरोना मरीजों का आंकड़ा, देशभर में हो रही चर्चा

कुछ दिनों पहले तक भीलवाड़ा जिले में 28 कोरोना पॉजिटिव मरीज थे. उनमें से दो की मौत हो चुकी है और 26 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है. यानी भीलवाड़ा जिले में अभी एक भी कोरोना पोजिटिव मरीज नहीं है. ऐसा भीलवाड़ा प्रशासन-पुलिस और चिकित्सकों की कड़ी मेहनत के कारण हो सका है, जिसकी पूरी देश में चर्चा है.

20 मार्च से लगा कर्फ्यू 3 अप्रैल से महाकर्फ्यू में कर दिया गया तब्दील

भीलवाड़ा में कोरोना संक्रमण की शुरूआत मार्च के महीने में हुई थी. यहां 20 मार्च को निजी चिकित्सालय के 3 डॉक्टर और 3 कंपाउंडर कोरोना पोजिटिव पाए गए थे. यहां 3 अप्रैल से महाकर्फ्यू लगा था, जो अब तक जारी है. शहर में कर्फ्यू के चलते किसी वाहन को शहर के एंट्री पॉइंट पर बिना जांच किए प्रवेश नहीं दिया जा रहा है

भीलवाड़ा. जिले में कोरोना के संक्रमण के मद्देनजर पुलिस-प्रशासन मुस्तैद है. कुछ दिनों पहले राजस्थान का कोरोना हाटस्पॉट चुके भीलवाड़ा में अब एक भी कोरोना पोजिटिव मरीज नहीं है. लेकिन, पुलिस- प्रशासन सतर्क है. यहां 3 अप्रैल से महाकर्फ्यू लगा था, जो अब तक जारी है.

एक ओर जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश के लिए 3 मई तक के लिए लॉकडाउन-2 की घोषणा की है. वहीं, भीलवाड़ा जिला प्रशासन ने शहर में महाकर्फ्यू जारी रखा है. शुक्रवार को महाकर्फ्यू के 15वें दिन भी जगह-जगह पुलिस जाब्ता तैनात दिखा और भीलवाड़ा के शहरी क्षेत्र में बिना पास प्रवेश नहीं दिया जा रहा है.

पढ़ें: पाली में पुलिस दिवस पर कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोगों को किया गया जागरूक

भीलवाड़ा में भीलवाड़- चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा-अजमेर, भीलवाड़ा-कोटा और भीलवाड़ा-उदयपुर सहित राजमार्गों से एंट्री पॉइंट पर वाहनों की चेकिंग करके कर्फ्यू पास होने पर ही प्रवेश दिया जा रहा है, जिससे बाहरी व्यक्ति अगर कोरोना से संक्रमित हो तो भीलवाड़ा में वापस इनकी संख्या ना बढ़ सके.

भीलवाड़ा-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर शहर में एंट्री प्वाइंट पर मुस्तैद पुलिस के एएसआई पृथ्वीराज ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि जब से भीलवाड़ा शहर में 20 मार्च से कर्फ्यू लगा है, तभी से हम मुस्तैद हैं. हर एक वाहन को चेक किया जा रहा है और उनसे अपील की जा रही है कि जीवन बचाने के लिए आप घर पर ही रहें, जिससे कोरोना संक्रमण की चेन खत्म हो सके.

28 से शून्य हुआ कोरोना मरीजों का आंकड़ा, देशभर में हो रही चर्चा

कुछ दिनों पहले तक भीलवाड़ा जिले में 28 कोरोना पॉजिटिव मरीज थे. उनमें से दो की मौत हो चुकी है और 26 कोरोना पॉजिटिव मरीजों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है. यानी भीलवाड़ा जिले में अभी एक भी कोरोना पोजिटिव मरीज नहीं है. ऐसा भीलवाड़ा प्रशासन-पुलिस और चिकित्सकों की कड़ी मेहनत के कारण हो सका है, जिसकी पूरी देश में चर्चा है.

20 मार्च से लगा कर्फ्यू 3 अप्रैल से महाकर्फ्यू में कर दिया गया तब्दील

भीलवाड़ा में कोरोना संक्रमण की शुरूआत मार्च के महीने में हुई थी. यहां 20 मार्च को निजी चिकित्सालय के 3 डॉक्टर और 3 कंपाउंडर कोरोना पोजिटिव पाए गए थे. यहां 3 अप्रैल से महाकर्फ्यू लगा था, जो अब तक जारी है. शहर में कर्फ्यू के चलते किसी वाहन को शहर के एंट्री पॉइंट पर बिना जांच किए प्रवेश नहीं दिया जा रहा है

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