भीलवाड़ा. प्रदेश सहित जिले भर में लगातार भ्रष्टाचार के मामले बढ़ते जा रहे हैं. लिहाजा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम भी एसीबी डीजी बीएल सोनी और एडीजी दिनेश एमएन के निर्देशन में लगातार घूसखोरी के खिलाफ कार्यवाही कर रही है. एसीबी ने एक हेल्पलाइन 1064 नंबर जारी किया है. इस पर पीड़ित शिकायत कर सकता है. इसके साथ ही गांवों में जागरूकता के लिए एसीबी द्वारा सजग ग्राम योजना चलाई जा रही है. घूसखोरी के मामलों को लेकर ईटीवी भारत ने जिले के युवाओं से बात की और जाने उनके विचार.
भीलवाड़ा के युवाओं ने कहा कि सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार राजस्थान सरकार में हो रहा है. हाल ही में रीट परीक्षा और कांस्टेबल परीक्षा में जिस तरह पेपर लीक हुए हैं. युवा छात्रों ने मेहनत की और परीक्षा दी. दूसरी तरफ कुछ पेपर खरीद लेते हैं. इस भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सरकार को सख्त से सख्त कानून उठाना चाहिए.
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विकास कुम्हार ने कहा की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को कार्रवाई के लिए पूरी छूट दी जानी चाहिए. जिससे वह हर एक कार्रवाई को कड़ाई से अमल में ला (Bhilwara youth demands strict laws against corrupts) सके. भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए आमजन को भी जागरूक होना पड़ेगा. युवराज सिंह के अनुसार यदि व्यक्ति रिश्वत नहीं देगा तो कोई अधिकारी रिश्वत की मांग भी नहीं करेगा. अभिषेक ने कहा कि भीलवाड़ा जिले में भी एसीबी की लगातार कार्यवाही हो रही है. बड़े से बड़े अधिकारी से लेकर छोटे चपरासी और दलालों पर भी कार्रवाई हो रही है. मगर यह कार्रवाई सिर्फ कागजों और फाइलों में सिमट कर दफन हो जाती है. हम यह मांग करते हैं कि जो भी रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा जाता है, उस जुर्माने के साथ सजा का प्रावधान हो. उन्हें तुरंत उसे उनके पद से हटाया जाना चाहिए.
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अभिषेक शर्मा ने कहा कि जब पीड़ित भ्रष्टाचार को लेकर शिकायत करने जाता है तो उसे पूरी तरह से जानकारी नहीं मिल पाती है. इसलिए सरकार को एक ऐसा प्रावधान करना चाहिए जिससे भ्रष्टाचार के खिलाफ शिकायतकर्ता को शुरुआत से सजा के प्रावधान तक पूरी जानकारी मिल सके. इसके साथ ही भ्रष्टाचार में पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ न्यायिक प्रक्रिया को भी तेज करना चाहिए, जिससे घूसखोर को जल्द सजा दिलवाई का सके.
चंद्रवीर सिंह कानावत के अनुसार देश में भ्रष्टाचार बढ़ता ही जा रहा है. भ्रष्टाचार का मुख्य कारण यही है कि सभी को समान अधिकार नहीं मिल पाता है. लोगों में असंतोष के चलते भ्रष्टाचार बढ़ता है. लोग अपना राजकार्य जल्दी निपटाने के लिए भ्रष्टाचार का रास्ता अपनाते हैं. इससे घूसखोर के हौसले भी बुलंद हो रहे हैं. इसलिए इसका बुरा प्रभाव गरीब तबके के आदमी को उठाना पड़ता है.