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कांग्रेस विधायक त्रिवेदी के निधन पर राजस्थान में शोक की लहर...पिता से मिली थी राजनीतिक विरासत

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Published : Oct 6, 2020, 12:48 PM IST

भीलवाड़ा के सहाड़ा से कांग्रेस विधायक कैलाश त्रिवेदी का मंगलवार को निधन हो गया. कैलाश त्रिवेदी मुख्यमंत्री गहलोत के खास विधायकों में से एक माने जाते थे. वे सहाड़ा से तीसरी बार विधायक बने थे. अपने पिता के बाद कैलाश ने राजस्थान की राजनीति में कदम रखा था.

कैलाश त्रिवेदी का निधन, Kailash Trivedi passed away
विधायक कैलाश त्रिवेदी का दिल्ली में निधन

भीलवाड़ा. जिले के वरिष्ठ कांग्रेसी राजनेता और सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार विधायक कैलाश त्रिवेदी का मंगलवार को निधन हो गया. जिसके बाद भीलवाड़ा जिले के तमाम राजनीतिक पार्टियों के राजनेताओं में शोक की लहर दौर गई.

कैलाश त्रिवेदी का निधन

सहाड़ा से विधायक कैलाश त्रिवेदी भीलवाड़ा जिले के वरिष्ठ कांग्रेसी राजनेता थे. वे सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार विधायक चुने गए थे, वे 65 साल के थे. उनका दिल्ली के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था. त्रिवेदी कोरोना पॉजिटिव आने के बाद निगेटिव आ गए थे, लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं हो सका था. लगातार गिरते स्वास्थ्य के चलते उन्हें जयपुर से एयरलिफ्ट करके दिल्ली रेफर ले जाया गया था, लेकिन अन्य संक्रमित बीमारियां से ग्रसित होने के कारण केलाश त्रिवेदी का इलाज के दौरान निधन हो गया.

पढ़ेंः झुंझुनू का लाल अरुणाचल प्रदेश में शहीद, सर्विस गन की सफाई करते समय गोली चलने से निधन

पिता से मिली राजनीतिक विरासत...

विधायक कैलाश त्रिवेदी का पूरा परिवार राजनीति क्षेत्र में था. विधायक के पिता, भाई, मां, पत्नी पूर्व में प्रधान रहे थे. विधायक को राजनीतिक उनके पिता से विरासत में मिली थी. कैलाश त्रिवेदी जब विधायक नहीं बने, तब सबसे पहले प्रधान बने थे. विधायक वर्ष 2003 से 2008 तक पहली बार सहाड़ा से विधानसभा में पहुंचे. उसके बाद 2008 से 2013 तक दूसरी बार विधानसभा में पहुंचे. 2013 से 2018 तक उनको भाजपा के राजनेता डॉक्टर बालूराम चौधरी से हार का मुंह देखना पड़ा. वहीं, वर्तमान में वर्ष 2019 में हुए चुनाव में वापस तीसरी बार भाजपा के रूप लाल जाट को पराजित कर विजय हुए. विधायक की छवि भीलवाड़ा जिले में बहुत ही ईमानदार और कुशल नेता के रूप में थी. विधायक पूर्व में वॉलीबॉल के खिलाड़ी भी रहे हैं.

विधायक कैलाश त्रिवेदी का दिल्ली में निधन

सीएम गहलोत के थे विधायक करीबी...

कांग्रेस के वरिष्ठ राजनेता और विधायक कैलाश त्रिवेदी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सबसे करीबी थे. हाल ही में जो प्रदेश में राजनीतिक सियासत हुई, उसमें सबसे मुखर होकर अशोक गहलोत के पक्ष में कैलाश त्रिवेदी ने बयान दिए थे. यहां तक कि मुख्यमंत्री निवास पर भी सबसे आगे बैठकर उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रशंसा की थी. जब भी विधायक कैलाश त्रिवेदी जनता के बीच जाते है, तो जनता को यही कहते कि भले ही में तीसरी बार विधायक बनने के बाद मंत्री नहीं बना, लेकिन उनके हर दुख-सुख में उनके साथ रहूंगा.

पढ़ेंः चूरू में सामूहिक दुष्कर्म की वारदात पर वसुंधरा राजे का कटाक्ष, कहा- प्रदेश में जंगलराज की स्थिति

विधायक त्रिवेदी रहे थे वॉलीबॉल के नेशनल प्लेयर...

सहाड़ा से कांग्रेस विधायक कैलाश त्रिवेदी नेशनल स्तर पर वॉलीबॉल के प्लेयर रहे. जहां कई जगह उन्होंने वॉलीबॉल प्रतियोगिता में भाग लिया था. बता दें कि विधायक का शव गुरुग्राम से हेलीकॉप्टर के द्वारा जिले के रायपुर कस्बे में लाया जाएगा. जहां जिला प्रशासन द्वारा जिले के रायपुर कस्बे में अस्थाई हेलीपैड तैयार किया जा रहा है.

भीलवाड़ा. जिले के वरिष्ठ कांग्रेसी राजनेता और सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार विधायक कैलाश त्रिवेदी का मंगलवार को निधन हो गया. जिसके बाद भीलवाड़ा जिले के तमाम राजनीतिक पार्टियों के राजनेताओं में शोक की लहर दौर गई.

कैलाश त्रिवेदी का निधन

सहाड़ा से विधायक कैलाश त्रिवेदी भीलवाड़ा जिले के वरिष्ठ कांग्रेसी राजनेता थे. वे सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार विधायक चुने गए थे, वे 65 साल के थे. उनका दिल्ली के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था. त्रिवेदी कोरोना पॉजिटिव आने के बाद निगेटिव आ गए थे, लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं हो सका था. लगातार गिरते स्वास्थ्य के चलते उन्हें जयपुर से एयरलिफ्ट करके दिल्ली रेफर ले जाया गया था, लेकिन अन्य संक्रमित बीमारियां से ग्रसित होने के कारण केलाश त्रिवेदी का इलाज के दौरान निधन हो गया.

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पिता से मिली राजनीतिक विरासत...

विधायक कैलाश त्रिवेदी का पूरा परिवार राजनीति क्षेत्र में था. विधायक के पिता, भाई, मां, पत्नी पूर्व में प्रधान रहे थे. विधायक को राजनीतिक उनके पिता से विरासत में मिली थी. कैलाश त्रिवेदी जब विधायक नहीं बने, तब सबसे पहले प्रधान बने थे. विधायक वर्ष 2003 से 2008 तक पहली बार सहाड़ा से विधानसभा में पहुंचे. उसके बाद 2008 से 2013 तक दूसरी बार विधानसभा में पहुंचे. 2013 से 2018 तक उनको भाजपा के राजनेता डॉक्टर बालूराम चौधरी से हार का मुंह देखना पड़ा. वहीं, वर्तमान में वर्ष 2019 में हुए चुनाव में वापस तीसरी बार भाजपा के रूप लाल जाट को पराजित कर विजय हुए. विधायक की छवि भीलवाड़ा जिले में बहुत ही ईमानदार और कुशल नेता के रूप में थी. विधायक पूर्व में वॉलीबॉल के खिलाड़ी भी रहे हैं.

विधायक कैलाश त्रिवेदी का दिल्ली में निधन

सीएम गहलोत के थे विधायक करीबी...

कांग्रेस के वरिष्ठ राजनेता और विधायक कैलाश त्रिवेदी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सबसे करीबी थे. हाल ही में जो प्रदेश में राजनीतिक सियासत हुई, उसमें सबसे मुखर होकर अशोक गहलोत के पक्ष में कैलाश त्रिवेदी ने बयान दिए थे. यहां तक कि मुख्यमंत्री निवास पर भी सबसे आगे बैठकर उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रशंसा की थी. जब भी विधायक कैलाश त्रिवेदी जनता के बीच जाते है, तो जनता को यही कहते कि भले ही में तीसरी बार विधायक बनने के बाद मंत्री नहीं बना, लेकिन उनके हर दुख-सुख में उनके साथ रहूंगा.

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विधायक त्रिवेदी रहे थे वॉलीबॉल के नेशनल प्लेयर...

सहाड़ा से कांग्रेस विधायक कैलाश त्रिवेदी नेशनल स्तर पर वॉलीबॉल के प्लेयर रहे. जहां कई जगह उन्होंने वॉलीबॉल प्रतियोगिता में भाग लिया था. बता दें कि विधायक का शव गुरुग्राम से हेलीकॉप्टर के द्वारा जिले के रायपुर कस्बे में लाया जाएगा. जहां जिला प्रशासन द्वारा जिले के रायपुर कस्बे में अस्थाई हेलीपैड तैयार किया जा रहा है.

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