भीलवाड़ा. कपड़ा नगरी भीलवाड़ा में कोरोना महामारी के दौर में अपनी जान की आहुति लगाकर कार्य करने वाले एंबुलेंस चालकों का सब्र अपने 3 माह का भुगतान नहीं होने के कारण जवाब दे गया. जिसके चलते शुक्रवार को सभी निजी एंबुलेंस चालकों ने हड़ताल शुरू कर दी. नाराज एंबुलेंस चालकों ने सीएमएचओ कार्यालय पर विरोध जताते हुए चिकित्सा महकमे पर भुगतान नहीं देने का आरोप लगाया. साथ ही एंबुलेंस चालकों का कहना है कि उनको भुगतान के लिए घुमाया जा रहा है.
एंबुलेंस चालकों ने आरोप लगाया कि भुगतान की बात करने पर अधिकारियों ने आरटीओ से फिटनेस चेक करवाने तक की धमकी दे रहे हैं. एंबुलेंस चालक भवर सिंह ने कहा कि पिछले करीब 6-7 महीने से कोरोना महामारी के दौर में हम दिन-रात अपनी सेवाएं दे रहे हैं. हम कोरोना मरीज को उनके स्थान से हॉस्पिटल लाते हैं, पिछले 3 माह से महकमे द्वारा हमारा भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिसके चलते हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
एंबुलेंस चालकों ने कहा कि हमारे घर का खर्च निकलना मुश्किल हो गया है. यहां तक कि हमारी गाड़ियों का मेंटिनेंस करना भी मुश्किल हो गया है और मकान और गाड़ी का किराया भरना भी मुश्किल हो गया है. हमने कई बार जिम्मेदार अधिकारियों से बात की थी, लेकिन वह कहते हैं कि आप अगली बार आना और कह कर टाल देते हैं. लगभग 1 माह से हमें ऐसे ही घुमाया जा रहा है. भुगतान नहीं होने के चलते हमारा गुजारा चलाना मुश्किल हो गया है. जब हम भुगतान को लेकर अधिकारियों से बात करते हैं, तो वह हमें आरटीओ से फिटनेस चेक करवाने तक की धमकी दे रहे हैं, जिसके चलते आज हमने हड़ताल शुरू की है जब तक हमारी 3 महीने की भुगतान नहीं किया जाता है तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी.