भीलवाड़ा. सीमा पर तैनात भारतीय सेना में शामिल होना अब न केवल नौकरी पाना रह गया है, बल्कि गांव का सम्मान और स्वाभिमान भी बनता जा रहा है. कुछ इस तरह का दृश्य भीलवाड़ा में रायला थाना क्षेत्र के ईरांस गांव में दिखने को मिला. जहां से 3 युवाओं को सेना भर्ती में चयन होने के बाद ग्रामीणों ने उन्हें सिर-आंखों पर बिठाया.
दरअसल, जिले के रायला थाना क्षेत्र के एक गांव में 3 युवाओं का भारतीय सेना में चयन हुआ है. इस बात की सूचना मिलते ही पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ आई. ग्रामवासियों ने अपनी खुशी का इजहार करते हुए इन तीनों युवाओं के भव्य स्वागत की तैयारी की. जिस तरीके से शादी के समय दूल्हे को घोड़ी में बैठाकर उसकी बिंदोरी निकाली जाती है. ठीक उसी तर्ज पर डीजे की धुन पर इन युवाओं की बिंदोरी निकाली गई.
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बचपन में देखा ख्वाब अब हुआ पूरा
सेना में भर्ती इन युवाओं ने ईटीवी से बातचीत करते हुए बताया कि सेना में जाने का उनका सपना बचपन से ही था. उनका बचपन से ध्येय था कि भारतीय सेना में जाकर देश की सेवा करेंगे. युवाओं ने बताया कि गांव में तैयारी करने के लिए उन्हें कोई साधन उपलब्ध नहीं था, लेकिन गांव के लोगों और अपने परिजनों की मदद से यहां पर ट्रेनिंग के लिए ग्राउण्ड तैयार किया गया. इस पर वे रोजना 5 किमी दौड़ की तैयारी करते थे. आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और उनका सेना में चयन हुआ. युवाओं ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार के लोगों और ग्रामीणों को दिया. इस दौरान गांव से सेना में कार्यरत रहे 7 परिवारों का भी सम्मान किया गया.
घर-घर पुष्प वर्षा कर हुआ युवाओं का स्वागत
इस नजारे को देखकर कोई भी हैरानी में पड़ सकता है कि शायद ये किसी की बारात हो. इस दौरान ग्रामीण नाचते-गाते पूरे गांवभर में घूमे. जहां से भी यह बिंदोरी निकली, वहां पर लोगों ने इन युवाओं के सम्मान में पुष्प वर्षा की. इतना ही नहीं ग्रामीणों ने चयनित युवाओं को मिठाई भी खिलाई. साथ ही देश की सेवा में सदैव तत्पर रहने के लिए प्रोत्साहित भी किया. ऐसा नजारा आपको कहीं और नहीं वीरों की धरती राजस्थान में ही देखने को मिल सकता है. जहां मां-बाप और गांव वाले अपने बेटे को देश के लिए सौंपकर खुशी का इस तरह इजहार करते हों.