भीलवाड़ा. जिले के शाहपुरा क्षेत्र के प्रसिद्ध शक्तिपीठ धनोप माता मंदिर में 7 दिसंबर को चोरी होने का मामला सामने आया था. जिसका खुलासा करते हुए पुलिस ने अंतरराज्यीय चोर गिरोह के तीन सदस्यों को महाराष्ट्र के पुणे से गिरफ्तार किया है. बता दें कि चोर मंदिर में चांदी के छत्र और कपाट की 40 किलो चांदी को चुरा कर ले गए थे.
बता दें कि चोरों ने चोरी की गई चांदी को अहमदाबाद में सर्राफा व्यापारी को बेच दिया था. पुलिस आरोपियों से पुछताछ कर रही है. शाहपुरा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विमल सिंह ने कहा कि 7 दिसम्बर को 3 व्यक्तियों ने धनोप माता मन्दिर से 40 किलो वजनी छत्र, पाट और दरवाजों पर लगी चांदी चुरा ली थी. इस पर एक टीम का गठन किया गया. जिसने 150 से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले और 20 हजार मोबाइल सर्विलांस पर डालकर जांच शुरू की.
जिसके बाद सामने आया कि पिण्डवाड़ा के रहने वाले मजदूरों ने इस मन्दिर की रेकी करके इसकी जानकारी वहां के अशोक गरासियां को दी थी. जिसने अपने दो साथियों मोतीराम गरसिया और लाला राम गरासिया के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया. जिस पर इन दोनों की तलाश करके इन्हें पुणे से गिरफ्तार कर लिया गया.
पढ़ें- भीलवाड़ा : निजी अस्पताल में किशोरी की मौत को लेकर परिजनों ने किया प्रदर्शन...गिरफ्तारी की मांग
पुलिस ने इन अपराधियों को पकड़ने के लिए 70 से अधिक अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से गहनता से पूछताछ की. साथ ही 20 हजार मोबाइल नंबरों को ट्रेस कर बारीकी से जानकारी लेते हुए अपराधियों तक पहुंचने के लिए भीलवाड़ा सहित आस-पास के राष्ट्रीय राजमार्ग के 15 टोल प्लाजा पर लगे सीसीटीवी को खंगाला, जिससे पुलिस अपराधियों तक पहुंच पाई.
बता दें कि अपराधी अंतरराज्यीय गिरोह के होने के कारण चोरी करने के बाद सिरोही, गुजरात, पालनपुर, अहमदाबाद, पुणे और महाराष्ट्र में कई जगह गए. जहां भीलवाड़ा पुलिस के विशेष दल ने सभी जगह नजर रखते हुए अपराधियों को गिरफ्तार किया.