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Exclusive: राष्ट्रीय, राज्य स्तर पर मेडल जीतने वाले पहलवान को नौकरी और सुविधाओं का इंतजार, खेल मंत्री से लगाई गुहार - खेल मंत्री अशोक चांदना

झुंझुनू का राहुल गुर्जर पहलवानी में राष्ट्रीय स्तर पर 4 और राज्य स्तर पर 5 मेडल जीत चुका है. बावजूद इसके उसे ना तो राज्य सरकार की तरफ से नौकरी मिली ना ही स्पोर्ट्स फंड का पैसा. खेल मंत्री अशोक चांदना ने नेशनल लेवल पर मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को नौकरी देने का वादा किया था. कई खिलाड़ियों को नौकरी मिली भी लेकिन राहुल जैसे भी खिलाड़ी हैं जो तमाम सुविधाओं से वंचित हैं.

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पहलवान राहुल गुर्जर
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Published : Mar 17, 2021, 4:48 PM IST

भरतपुर. राजस्थान के खेल मंत्री अशोक चांदना ने कहा था कि स्कूल गेम्स में ऑल इंडिया लेवल पर मेडल लाने वाले खिलाड़ी को राजस्थान सरकार नौकरी देगी. खेल मंत्री के इस वादे के बाद राजस्थान में सैकड़ों खिलाड़ियों को नौकरियां मिल गई. लेकिन राजस्थान का एक ऐसा खिलाड़ी अभी भी नौकरी के इंतजार में है. जिसने ना केवल स्कूल गेम्स में बल्कि सब जूनियर और जूनियर गेम्स में स्टेट और नेशनल लेवल पर पदक जीते हैं.

पढ़ें: हवा में गूंजी किलकारी, बेंगलुरु से जयपुर आ रही फ्लाइट में हुआ महिला का प्रसव

भरतपुर में आयोजित राज्य स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में भाग लेने आए झुंझुनू निवासी राहुल गुर्जर पहलवान ने ईटीवी भारत के माध्यम से राजस्थान सरकार से नौकरी देने की मांग की है. साथ ही दावा किया है कि वो स्पोर्ट्स कोटा की नौकरी के लिए योग्य भी है.

पहलवान राहुल गुर्जर Exclusive

राष्ट्रीय स्तर पर चार मेडल

झुंझुनू जिले की खेतड़ी तहसील के रामकुमारपुरा गांव निवासी पहलवान राहुल गुर्जर ने बताया कि वह जूनियर नेशनल कुश्ती प्रतियोगिता में दो मेडल, सब- जूनियर में एक मेडल और स्कूली प्रतियोगिता में नेशनल लेवल पर एक मेडल जीत चुका है और स्टेट लेवल कुश्ती प्रतियोगिताओं में 5 मेडल जीत चुका है. बावजूद इसके राज्य सरकार की योजना के तहत उसको अभी तक नौकरी नहीं मिल पाई है.

स्पोर्ट्स फंड का भी इंतजार

पहलवान राहुल गुर्जर ने बताया कि स्टेट और नेशनल लेवल पर मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को राज्य सरकार की ओर से स्पोर्ट्स फंड दिया जाता है. लेकिन उसको राज्य स्तर पर पांच और नेशनल लेवल पर 4 मेडल जीतने के बावजूद अभी तक स्पोर्ट्स फंड नहीं मिला है. राहुल ने जब संबंध में अधिकारियों से संपर्क किया तो उनका कहना था कि सिर्फ राज्य स्तर पर मेडल जीतने वालों को ही फंड दिया जाएगा. नेशनल लेवल के मेडलिस्ट को फंड नहीं दिया जाएगा.

पहलवानों को समय पर नहीं मिलता पैसा

राहुल गुर्जर का कहना है कि राजस्थान के पहलवानों को मेडल जीतने के बाद समय पर स्पोर्ट्स फंड नहीं मिलता है. कई-कई साल इंतजार के बाद उन्हें पैसा दिया जाता है. इसीलिए राजस्थान में पहलवानी का क्रेज नहीं है, राजस्थान की पहलवानी अन्य राज्यों की तुलना में बहुत पीछे है. राहुल ने कहा कि राजस्थान में अधिकतर किसान और गरीब परिवार के बच्चे ही पहलवानी करते हैं. किसी मंत्री या बड़े अधिकारी का बेटा पहलवानी नहीं करता है. ऐसे में भी सरकार पहलवानों को समय पर पैसा नहीं देती है. फिर पहलवान अंतरराष्ट्रीय और ओलंपिक की तैयारी कैसे करेंगे.

गौरतलब है कि भरतपुर में 12 से 14 मार्च तक आयोजित राजस्थान राज्य स्तरीय पुरुष कुश्ती प्रतियोगिता आयोजित हुई थी. जिसमें पहलवान राहुल गुर्जर ने 77 किलो भार वर्ग में कुश्ती लड़ी और गोल्ड मेडल भी जीता. राहुल के पिता किसान हैं. अब राहुल 26 और 27 मार्च को चंडीगढ़ में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी भाग लेगा.

भरतपुर. राजस्थान के खेल मंत्री अशोक चांदना ने कहा था कि स्कूल गेम्स में ऑल इंडिया लेवल पर मेडल लाने वाले खिलाड़ी को राजस्थान सरकार नौकरी देगी. खेल मंत्री के इस वादे के बाद राजस्थान में सैकड़ों खिलाड़ियों को नौकरियां मिल गई. लेकिन राजस्थान का एक ऐसा खिलाड़ी अभी भी नौकरी के इंतजार में है. जिसने ना केवल स्कूल गेम्स में बल्कि सब जूनियर और जूनियर गेम्स में स्टेट और नेशनल लेवल पर पदक जीते हैं.

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भरतपुर में आयोजित राज्य स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में भाग लेने आए झुंझुनू निवासी राहुल गुर्जर पहलवान ने ईटीवी भारत के माध्यम से राजस्थान सरकार से नौकरी देने की मांग की है. साथ ही दावा किया है कि वो स्पोर्ट्स कोटा की नौकरी के लिए योग्य भी है.

पहलवान राहुल गुर्जर Exclusive

राष्ट्रीय स्तर पर चार मेडल

झुंझुनू जिले की खेतड़ी तहसील के रामकुमारपुरा गांव निवासी पहलवान राहुल गुर्जर ने बताया कि वह जूनियर नेशनल कुश्ती प्रतियोगिता में दो मेडल, सब- जूनियर में एक मेडल और स्कूली प्रतियोगिता में नेशनल लेवल पर एक मेडल जीत चुका है और स्टेट लेवल कुश्ती प्रतियोगिताओं में 5 मेडल जीत चुका है. बावजूद इसके राज्य सरकार की योजना के तहत उसको अभी तक नौकरी नहीं मिल पाई है.

स्पोर्ट्स फंड का भी इंतजार

पहलवान राहुल गुर्जर ने बताया कि स्टेट और नेशनल लेवल पर मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को राज्य सरकार की ओर से स्पोर्ट्स फंड दिया जाता है. लेकिन उसको राज्य स्तर पर पांच और नेशनल लेवल पर 4 मेडल जीतने के बावजूद अभी तक स्पोर्ट्स फंड नहीं मिला है. राहुल ने जब संबंध में अधिकारियों से संपर्क किया तो उनका कहना था कि सिर्फ राज्य स्तर पर मेडल जीतने वालों को ही फंड दिया जाएगा. नेशनल लेवल के मेडलिस्ट को फंड नहीं दिया जाएगा.

पहलवानों को समय पर नहीं मिलता पैसा

राहुल गुर्जर का कहना है कि राजस्थान के पहलवानों को मेडल जीतने के बाद समय पर स्पोर्ट्स फंड नहीं मिलता है. कई-कई साल इंतजार के बाद उन्हें पैसा दिया जाता है. इसीलिए राजस्थान में पहलवानी का क्रेज नहीं है, राजस्थान की पहलवानी अन्य राज्यों की तुलना में बहुत पीछे है. राहुल ने कहा कि राजस्थान में अधिकतर किसान और गरीब परिवार के बच्चे ही पहलवानी करते हैं. किसी मंत्री या बड़े अधिकारी का बेटा पहलवानी नहीं करता है. ऐसे में भी सरकार पहलवानों को समय पर पैसा नहीं देती है. फिर पहलवान अंतरराष्ट्रीय और ओलंपिक की तैयारी कैसे करेंगे.

गौरतलब है कि भरतपुर में 12 से 14 मार्च तक आयोजित राजस्थान राज्य स्तरीय पुरुष कुश्ती प्रतियोगिता आयोजित हुई थी. जिसमें पहलवान राहुल गुर्जर ने 77 किलो भार वर्ग में कुश्ती लड़ी और गोल्ड मेडल भी जीता. राहुल के पिता किसान हैं. अब राहुल 26 और 27 मार्च को चंडीगढ़ में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी भाग लेगा.

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