भरतपुर. मानसून के चलते भरतपुर शहर इन दिनों गंदे पानी की समस्या से जूझ रहा है. नगर निगम के अधिकारी आंख मूंद कर बैठे हुए है और लोग गंदे पानी में से निकलने को मजबूर है. इस बीच सोमवार को शहर के वार्ड नंबर 5 की महिलाओं का गुस्सा इस कदर फूटा की वह पहले तो जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची और जमकर प्रदर्शन किया. लेकिन वहां से जब उन्हें कोई आश्वासन नहीं मिला तो महिलाएं नगर निगम पहुंच गई. इस बीच आक्रोशित महिलाओं ने प्रदर्शन करते निगम के मेयर अभिजीत कुमार को ज्ञापन पत्र सौंपा.
दरअसल, शहर की कई कॉलोनियों में इन दिनों जलभराव की समस्या बनी हुई है. इसका एक बड़ा कारण है कि शहर का ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से चौपट हो चुका है. क्योंकि लोगों ने पानी निकासी की जगह अतिक्रमण कर लिए है. जिसके कारण गंदे पानी की निकासी के रास्ते पूरी तरह से बंद हो चुके है. जिस कारण शहर में जलभराव की समस्या बनी रहती है.
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हालांकि जब निगम के चुनाव हुए थे तब कांग्रेस के एजेंडे में गंदे पानी से निजात का वादा किया गया था. लेकिन अब चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस अपने वादों को भूल चुकी है. जिसका खामियाजा भरतपुर की जनता को भुगतना पड़ रहा है. महिलाओं का कहना है कि उनके घरों के सामने इतना पानी है कि वह घरों से बाहर भी नहीं निकल पा रहे हैं. इसकी कई बार शिकायत वार्ड के पार्षद से भी की गई. लेकिन उन्होंने इस समस्या पर कोई गौर नहीं किया.