भरतपुर. शहर के बासन गेट इलाके में एक बार फिर शराब ठेके के विरोध में जमकर बवाल हुआ. सड़क पर सैंकड़ो महिलाओं और व्यापारियों ने बैठकर शराब के ठेके के खिलाफ प्रदर्शन किया. मौके पर आबकारी विभाग के जाब्ता के साथ कोतवाली थाना पुलिस और सीओ सिटी मौजूद रहे. लेकिन व्यापारियों की प्रशाशन ने एक न सुनी और बासन गेट के बाजार में ठेका खुलवा दिया.
लोगों का कहना है की ठेका देवस्थान मंदिर के ठीक बगल में है. यह मंदिर करीब 185 साल पुराना बताया जा रहा है. व्यपारियों का कहना था कि बाजार में या तो दूध बिकेगा या फिर शराब. अगर शराब की दुकान बंद नहीं हुई तो अनिश्चितकालीन समय के लिए बाजार बंद रहेगा. दरअसल देसी शराब के ठेके के विरोध में कई बार हंगामा भी हो चुका है. जिसके बाद आबकारी विभाग ने इसको कई बार शिफ्ट भी किया. लेकिन स्थानीय लोगों की मांग है कि उनके इलाके से शराब का ठेका पूरी तरह से हटवाया जाए.
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करीब एक महीने से चल रहे हंगामे के बाद आबकारी विभाग ने फिर से उसी इलाके में ठेके को खोलने की अनुमति दे दी. जिसके बाद पूरे इलाके के व्यपारियो में काफी रोष है. व्यपारियों का कहना है कि बाजार में परचून, दूध, हलवाई, कपड़ें की दुकान सबसे ज्यादा हैं. अगर यहां ठेका खोल दिया जाता है तो उनके व्यापार पर असर पड़ेगा. इसके अलावा लॉकडाउन की वजह से वह पहले ही काफी आर्थिक तंगी से जूझ चुके हैं.
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लेकिन अब दुकानें तो खुल रही हैं लेकिन दुकानों पर कोई ग्राहक नहीं है. अगर अब बाजार में शराब का ठेका खुल जाता है तो उनकी दुकानदारी पर बुरा असर पड़ेगा. ठेके के विरोध में महिलाओं और व्यपारियों ने सड़क पर जाम भी लगा दिया. लेकिन आबकारी विभाग के सामने किसी की न चली और आबकारी विभाग की मौजूदगी में बाजार में शराब का ठेका शुरू करवा दिया गया.