भरतपुर. दीया कुमारी ने Tweet कर लिखा है कि प्रदेश में विधायकों, केंद्रीय मंत्री और अन्य की राजनीतिक स्वार्थों के कारण फोन टैपिंग प्रकरण की जांच सीबीआई को सौंपी जाए. यह संविधान प्रदत्त अधिकारों का हनन और लोकतंत्र की हत्या है. पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने इसे रीट्वीट किया है.
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प्रदेश में विधायकों, केन्द्रीय मंत्री एवं अन्यों की राजनीतिक स्वार्थो के कारण फोन टेपिंग प्रकरण की जाँच सीबीआई को सौंपी जाए।
— Diya Kumari (@KumariDiya) March 17, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
यह संविधान प्रदत अधिकारों का हनन और लोकतंत्र की हत्या है।#Gehlot_CallGate
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— Diya Kumari (@KumariDiya) March 17, 2021
यह संविधान प्रदत अधिकारों का हनन और लोकतंत्र की हत्या है।#Gehlot_CallGateप्रदेश में विधायकों, केन्द्रीय मंत्री एवं अन्यों की राजनीतिक स्वार्थो के कारण फोन टेपिंग प्रकरण की जाँच सीबीआई को सौंपी जाए।
— Diya Kumari (@KumariDiya) March 17, 2021
यह संविधान प्रदत अधिकारों का हनन और लोकतंत्र की हत्या है।#Gehlot_CallGate
इतना ही नहीं, विश्वेंद्र सिंह ने कांग्रेस विधायक हेमाराम चौधरी और ब्रजेंद्र सिंह ओला के बयानों का भी ट्विटर पर समर्थन किया है. हेमाराम चौधरी ने आवाज दबाने और ब्रजेंद्र सिंह ओला ने बजट में बजट में झुंझुनू के लिए कोई घोषणा नहीं करने के आरोप लगाए थे. इस पर पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा है, 'रोचक विचार! निर्वाचन क्षेत्र सबसे पहले है, निर्वाचक को कभी दिक्कत नहीं होनी चाहिए'.
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Interesting thought ! Constituency first and constituents must never suffer ! #JaiHind https://t.co/i2AQoUojdm
— Vishvendra Singh Bharatpur (@vishvendrabtp) March 18, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Vishvendra Singh Bharatpur (@vishvendrabtp) March 18, 2021
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गौरतलब है कि गत वर्ष विधायक खरीद-फरोख्त मामले में फोन पर बातचीत के ऑडियो लीक हुए थे. उसके बाद अब विधायक, केंद्रीय मंत्री और अन्यों की फोन टैपिंग मामले में भाजपा ने संसद और विधानसभा में सीबीआई जांच कराने की मांग की है.