भरतपुर. गर्मी के तेवर बढ़ने के साथ ही सब्जियों के दाम भी आसमान छूने लगे हैं. बीते कुछ समय मे सब्जियों की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है, जिसकी वजह से लोगों की रसोई का गणित गड़बड़ा गया है. हालात ये है कि केला से महंगी प्याज, अनार और सेब से महंगे टिंडे, शिमला मिर्च बिक रहे हैं. नींबू की कीमतों ने तो सभी फलों को पीछे छोड़ दिया है. इतना ही नहीं जहां सब्जियों की महंगाई (Vegetables getting more expensive than fruits) से आम लोग परेशान हैं, वहीं सब्जी विक्रेताओं की बिक्री भी घटकर आधी रह गई है.
इसलिए सब्जी में तेजी: सब्जी विक्रेता जगदीश ने बताया की सामान्य तौर पर गर्मियों में सब्जियां महंगी हो जाती हैं, लेकिन इस बार सब्जी की महंगाई ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. इसके पीछे की मुख्य वजह एक दम से तापमान में वृद्धि होना है. तापमान तेजी से बढ़ गया और किसान के खेतों में ग्रीष्मकालीन सब्जियों की उपज बहुत कम शुरू हुई है. इस बार किसानों का रुझान सब्जियों से ज्यादा सरसों की फसल की तरफ ज्यादा रहा है. सरसों के दाम अच्छे मिल रहे हैं और खेत में मेहनत भी कम करनी पड़ती है. इसलिए किसानों ने सब्जी का रकबा घटा दिया.
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नींबू में इसलिए तेजी: सब्जी विक्रेता जगदीश ने बताया कि पहली बार नींबू 300 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है. जिले में सर्वाधिक नींबू की उपज वैर और भुसावर क्षेत्र में होती है. इस बार नींबू की पैदावार भी अधिक तापमान के कारण लेट हो रही है. बगीचों में नींबू कम निकल रहे हैं. बाहर से भी नींबू की आवक कम है, इस कारण नींबू के दाम सबसे ज्यादा है.
फल विक्रेता सुरजीत ने बताया कि फलों के भाव तो करीब करीब सामान्य ही हैं. केला 30 रुपए, अंगूर 60 रुपए, संतरा 60 रुपए, अनार 80 रुपए और सेब 120 रुपए किलो बिक रहे हैं. जबकि सब्जियों के दाम फलों से अधिक हैं. सब्जी विक्रेता जगदीश ने बताया कि सब्जियों की कीमतों में तेजी की वजह से उपभोक्ता की संख्या में तो कोई गिरावट नहीं आई, लेकिन जो उपभोक्ता पहले एक-एक किलो सब्जी खरीदते थे वो अब आधा-आधा किलो सब्जी पर आ गए हैं. इससे हर दिन की औसत सब्जी बिक्री आधी रह गई है. उपभोक्ता लोकेंद्र सागर ने बताया कि जहां पहले 50 रुपए में एक वक्त की सब्जी खरीद लेते थे, वहीं अब 100 रुपए में एक वक्त की सब्जी मिल पा रही है. सब्जी की महंगाई ने कमर तोड़ रखी है. कई बार तो मन होता है कि सब्जी से अच्छा तो फल खरीद लें.