कामां (भरतपुर). कामां क्षेत्र में ठगी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. स्थानीय ठग दूसरे राज्यों के लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं. इसी क्रम में असम पुलिस ने ऊंचकी पीलीकी में कैथवाड़ा थाना पुलिस के साथ मिलकर ऑनलाइन ठगी के आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दी लेकिन कोई आरोपी हाथ नहीं लग सका.
थानाधिकारी महेंद्र शर्मा ने बताया कि असम और उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम कैथवाड़ा थाने आई थी. उन्होंने अलग-अलग गांव में ऑनलाइन ठगी के आरोपियों की तलाश में दबिश दी. जिसमें असम पुलिस ने गांव ऊंचकी पीलीकी निवासी कुछ जनों के खिलाफ ऑनलाइन ठगी के मामले में मुकदमा दर्ज होने की जानकारी दी. इस पर असम पुलिस के साथ स्थानीय थाने की टीम को रवाना कर गांव ऊंचकी पीलीकी में आरोपियों को पकड़ने के लिए दबिश दी गई लेकिन कोई आरोपी हाथ नहीं लग पाया.
इसी प्रकार उत्तर प्रदेश के थाना तुलसीपुरा पुलिस ने पेटीएम ठगी में एक आरोपी की तलाश में कामां के लालपुर और झील पट्टी में आरोपियों की तलाश में दबिश दी. जहां आरोपियों की सरगर्मी से पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है.
यह भी पढ़ें. विधायक वाजिव अली के Tweet पर भरतपुर में घमासान, पुतला फूंक जमकर किया प्रदर्शन
उल्लेखनीय है कि कामां क्षेत्र में अन्य राज्यों के लोगों को कमर्शियल बेवसाइट के माध्यम से ठगी का शिकार बनाया जाता है. क्षेत्र में दिनोंदिन ऑनलाइन ठगी की घटनाएं बढ़ रही हैं. बता दें कि इन बेवसाइटों के माध्यम से दूसरे राज्यों के लोगों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है. जिसमें सस्ती कार देने का विज्ञापन देकर ठगी, पेटीएम के माध्यम से पैसे ट्रांसफर कराए जाने के मामले सामने आ रहे हैं.
यह भी पढ़ें. भरतपुरः खाद्य विभाग ने मिलावट खोरी के खिलाफ दुकानों पर मारा छापा
जिसके चलते अन्य राज्यों में अनेकों मुकदमे कांमा मेवात क्षेत्र के ठग बदमाशों के दर्ज हैं. जिन्हें तलाश करने के लिए अन्य राज्यों की पुलिस आए दिन कामां क्षेत्र में दबिश देती है और ठग बदमाशों को पूर्व में ही पुलिस तब इसकी भनक लग जाती है. जिससे वह भूमिगत हो जाते हैं.