भरतपुर. डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर शोभा यात्रा के दौरान जिले के सैह गांव में जाटव और गुर्जर समाज के बीच हुआ विवाद रविवार को समाप्त हो (Two groups controversy ends on Sunday) गया. राजस्थान पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने सर्किट हाउस में करीब 3 घंटे तक दोनों समाज के लोगों को समझा कर भाईचारे को कायम रखने की नसीहत दी और राजीनामा करवा दिया.
साथ ही चेतावनी दी कि भविष्य में यदि किसी पक्ष की ओर से कोई विवाद या झगड़ा किया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. विश्वेंद्र सिंह ने बताया कि 14 अप्रैल को हुए विवाद के बाद प्रशासन ने अपनी तरफ से माहौल को शांत करने का प्रयास किया. लेकिन रविवार को गांव के गुर्जर और जाटव समाज के प्रबुद्ध लोगों को मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने एक साथ बैठाकर आपसी झगड़े को शांत करने के लिए रजामंद कर दिया. दोनों पक्ष शांतिपूर्ण तरीके से और भाईचारे के साथ रहने को सहमत है. मंत्री ने बताया कि दोनों ओर से लगे केस वापस लेने की बात भी हो गई है. मंत्री विश्वेंद्र ने बताया कि ग्रामीणों ने गांव की कुछ समस्याएं भी बताई हैं, जिनमें बिजली, चंबल का पानी आदि शामिल है. इनका जल्द ही समाधान कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि वो भी जल्द ही गांव जाएंगे और सभी ग्रामीणों से मिलेंगे.
क्या है मामला?: भरतपुर जिले के कुम्हेर क्षेत्र के गांव सह में 14 अप्रैल को डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर जाटव समाज के लोग शोभा यात्रा निकाल रहे थे. शोभा यात्रा पर गांव के दबंग लोगों ने पथराव कर दिया. दोनों पक्षों के बीच में मारपीट हो (Ruckus on Ambedkar Jayanti In Bharatpur Village) गई. इसके बाद अंबेडकर जयंती के लिए आयोजन स्थल पर टेंट में लोग जमा थे. जहां कुछ लोगों ने टेंट में आग लगा दी.
इस पूरे मामले को लेकर दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज करा दी. पूरे मामले में 29 लोगों के खिलाफ मारपीट का मुकदमा दर्ज हुआ. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर गांव के जाटव समाज के सैकड़ों लोग बच्चों और मवेशियों के साथ भरतपुर कलेक्ट्रेट पर पहुंचे थे, जिन्हें बाद में जिला कलेक्टर ने समझाइश कर वापस गांव भेज दिया था.