भरतपुर. शहर के किला स्थित समाज कल्याण विभाग के छात्रावास में बनाए गए क्वॉरेंटाइन से दो नाबालिग बालिका गुरुवार अलसुबह जंगला तोड़कर फरार हो गईं. दोनों बालिकाएं धौलपुर और भरतपुर पुलिस द्वारा दस्तयाब की गई थी और बाल कल्याण समितियों द्वारा नारी निकेतन पहुंचाने से पहले यहां क्वारंटाइन की थीं. क्वॉरेंटाइन सेंटर से फरार हुई दोनों बालिकाओं की पुलिस तलाश कर रही है.
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष गंगाराम पाराशर ने बताया कि बयाना के भीतर बाड़ी की रहने वाली और धौलपुर के बसेड़ी की रहने वाली दो बालिकाओं को पुलिस ने दस्तयाब किया था, जिन्हें बाल कल्याण समिति के माध्यम से किला स्थित समाज कल्याण विभाग के छात्रावास के क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखा गया था. लेकिन गुरुवार अलसुबह दोनों बालिकाएं क्वॉरेंटाइन सेंटर का जंगला तोड़कर फरार हो गईं.
उन्होंने बताया, दोनों बालिकाओं को बालिका गृह में भर्ती कराना था. लेकिन कोविड- 19 की पालना को देखते हुए दोनों बालिकाओं को क्वॉरेंटाइन सेंटर में 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया गया था. पराशर ने बताया, क्वॉरेंटाइन सेंटर पर एक सुरक्षा गार्ड भी तैनात था. लेकिन इस पूरी घटना में किसकी लापरवाही रही है, उसका पता लगा कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
यह भी पढ़ें: राजस्थान में 10 से 24 मई तक लॉकडाउन की घोषणा, 31 मई तक रहेगी शादियों पर भी रोक
वहीं सूचना है कि क्वॉरेंटाइन सेंटर से फरार हुई दोनों बालिकाएं हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन में बैठ कर भरतपुर शहर से बाहर चली गई हैं. जानकारी है कि इस संबंध में भरतपुर जीआरपी ने उत्तर प्रदेश जीआरपी को भी सूचना दी है. लेकिन गुरुवार देर शाम तक दोनों फरार बालिकाओं का कहीं कोई सुराग नहीं लग पाया.