भरतपुर. अस्पताल में दोनों भाइयों के जांच के लिए सैंपल लिए गए और दोनों को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया. शनिवार को रिपोर्ट प्राप्त हुई तो एक भाई कोरोना पॉजिटिव पाया गया. पॉजिटिव मरीज को उपचार के लिए आरबीएम जिला अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया है.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कप्तान सिंह ने बताया कि जिले के जघीना गांव निवासी महेंद्र सिंह पुत्र तेज सिंह और उसका भाई मुंबई में एसी सिविल वर्क करते हैं. दोनों भाई मोटरसाइकिल से 13 मई की रात को भरतपुर पहुंचे. लेकिन दोनों भाई पहले घर जाने के बजाय सीधे आरबीएम जिला अस्पताल पहुंचे. जहां से इनको अस्पताल परिसर में ही स्थित धर्मशाला में क्वॉरेंटाइन कर दिया गया. अगले दिन 14 मई को दोनों की जांच के लिए सैंपल लिए गए और उसके बाद महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेज दिया.
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डॉक्टर कप्तान सिंह ने बताया कि शनिवार को प्राप्त हुई जांच रिपोर्ट में महेंद्र सिंह पुत्र तेज सिंह कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद मरीज को क्वॉरेंटाइन सेंटर से उपचार के लिए आरबीएम जिला अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया है.
सूझबूझ से टली परेशानी...
डॉक्टर कप्तान सिंह ने बताया कि दोनों व्यक्तियों की सूझबूझ से परिजनों में संक्रमण फैलने से बच गया. यदि दोनों भाई अस्पताल पहुंचने के बजाय सीधे घर जाते और परिजन उनके संपर्क में आते तो उनके भी संक्रमित होने का खतरा बना रहता. दोनों भाइयों की सूझबूझ से परिजनों की परेशानी टल गई. गौरतलब है कि भरतपुर में अब तक कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 123 हो गई है. इनमें से 2 मरीजों की मौत हो चुकी है, जबकि 115 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. बाकी 6 मरीजों का उपचार चल रहा है, जिनके जल्द स्वस्थ होने की उम्मीद जताई जा रही है.