भरतपुर. जिले में तीन कोरोना संदिग्ध मरीज मंगलवार को जयपुर के एसएमएस अस्पताल से भागकर भरतपुर स्थित अपने गांव नगला बंजारा आ गए. इससे प्रशासन और चिकित्सा महकमे में हड़कंप मच गया. जयपुर से भरतपुर के प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी सूचना मिली और उसके बाद मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कप्तान सिंह ने नगला बंजारा में चिकित्सकीय टीम भेजी. टीम तीनों संदिग्ध मरीजों को आरबीएम जिला अस्पताल लेकर आई और उन्हें यहां के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया.
मरीजों की जांच रिपोर्ट के बाद ही पता चलेगा की मरीज कोरोना पॉजिटिव है या नेगेटिव. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कप्तान सिंह ने बताया कि नगला बंजारा गांव निवासी लोकेश बंजारा और उसके 2 साथी मंगलवार को ही पुणे से दौसा पहुंचे थे. यहां चिकित्सकीय जांच के बाद तीनों को जयपुर के एसएमएस अस्पताल के लिए रैफर कर दिया गया. एसएमएस अस्पताल में तीनों को कोरोना संदिग्ध मरीज मानते हुए सैंपल लिए और वहां के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कर दिया. लेकिन तीनों मरीज वहां से मौका देख कर भाग छूटे और भरतपुर स्थित अपने गांव नगला बंजारा में आ गए.
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डॉक्टर कप्तान सिंह ने बताया कि जयपुर के एसएमएस अस्पताल से कोरोना संदिग्ध मरीजों के भागने की सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को मिली. इसके बाद चिकित्सा विभाग की टीम गांव नगला बंजारा भेजी गई. जहां से तीनों कोरोना संदिग्ध मरीजों को आरबीएम जिला अस्पताल लाया गया. संदिग्ध मरीजों को यहां आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया. अभी तीनों की रिपोर्ट आना बाकी है. डॉक्टर कप्तान सिंह ने बताया कि अब तक भरतपुर से कोरोना संदिग्ध 50 मरीजों के सैंपल भेजे गए थे जिनमें से 45 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. 5 सैंपल की रिपोर्ट आना अभी बाकी है.