भरतपुर. राजस्थान सरकार की ओर से बेरोजगारी भत्ता बंद किए जाने पर अब सवाल उठने लगे हैं. जिले में सैकड़ों की संख्या में ऐसे युवा हैं, जिन्हें बेरोजगारी भत्ता मिल रहा था, लेकिन अचानक उसे बंद कर दिया. इससे उनमें रोष है. सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट पर कई युवा पहुंचे और मांगों को लेकर प्रदर्शन करते हुए अधिकारियों को अपनी समस्या से अवगत करवाया.
दरअसल, कांग्रेस की सरकार ने बेरोजगार युवाओं के लिए 02 साल तक बेरोजगारी भत्ता देने का एलान किया गया था. जिसमें पुरुष वर्ग को 3 हजार रुपये और महिला एवं दिव्यांग वर्ग के बेरोजगारों को 3500 रुपये दिए जाते थे. इस योजना के तहत लाभार्थियों को एक साल के अंदर नवीनीकरण करवाना था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते नवीनीकरण नहीं हो पाया. जिसकी वजह से बेरोजगार युवाओं का भत्ता रोक दिया गया. इसको लेकर युवाओं में काफी रोष है. आज जिला कलेक्ट्रेट पर युवाओं ने प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस सरकार से बेरोजगारी भत्ता शुरू किए जाने की मांग की. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में ऐसे ही रोजगार नहीं मिल रहा है उस भत्ता बंद करने से समस्या बढ़ गई है.
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इस दौरान युवाओं ने बताया कि हमें कुछ माह बेरोजगारी भत्ता मिला था लेकिन सरकार की तरफ से योजना रिन्यू करवाने की कोई सूचना नहीं दी गई और सीधे बेरोजगारी भत्ते को बंद कर दिया गया. इसके बाद रोजगार कार्यालय के अधिकारियों से इसकी शिकायत की गई तो अधिकारियों ने उनकी समस्या की कोई सुनवाई नहीं की.