भरतपुर. रुदावल थाना इलाके में बीते 8 फरवरी को एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद रुदावल थाना पुलिस ने आज यानी बुधवार को मृतक भगवान सिंह के हत्या का खुलासा करते हुए, भगवान सिंह के बेटे और उसके दोस्त को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है. विश्वेन्द्र ने अपने दोस्त राकेश के साथ अपने पिता की हत्या का प्लान बनाया और जंगल में ले जाकर भगवान सिंह की गोली मारकर हत्या की थी.
जिला पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार ने बताया, 8 फरवरी को भगवान सिंह का शव पुरावई खेड़ा में सड़क पर पड़ा हुआ मिला था, जिस पर भगवान सिंह के भतीजे ने रुदावल थाने में मामला दर्ज करवाते हुए बताया, गांव के ही रहने वाले मंगतिराम राम और उसके परिजनों ने भगवान सिंह की हत्या की है. क्योंकि भगवान सिंह और मंगतिराम के परिवार के बीच काफी समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. उसके बाद मंगतिराम और उसके परिजनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया, और जब मंगतिराम और उसके परिजनों से पुलिस ने पूछताछ की तो यह साफ हो गया कि मंगतिराम पक्ष ने इस वारदात को अंजाम नहीं दिया है.
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उसके बाद पुलिस ने भगवान सिंह के बेटे पर नजर रखी और सूत्रों के हवाले से पता लगा कि 6 फरवरी को भगवान सिंह और उसके बेटे विश्वेन्द्र के बीच झगड़ा हो गया था. उसके बाद विश्वेन्द्र घर छोड़कर चला गया. फिर 8 फरवरी को घर आकर अपने दोस्त राकेश के साथ अपने पिता की हत्या का प्लान बनाया. विश्वेन्द्र ने अपने दोस्त राकेश को लालच दिया कि वह उसकी नौकरी लगवाएगा और अपनी जमीन जायदाद में उसे हिस्सा देगा.
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उसके बाद दोनों ने मिलकर भगवान सिंह की गतिविधियों पर नजर रखी और जब भगवान सिंह डॉक्टर को दिखाकर अपने घर आ रहा था. उसी समय देर शाम करीब 8 बजे विश्वेन्द्र और उसके दोस्त राकेश ने भगवान सिंह को जंगल में ले जाकर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी. हत्या के बाद भगवान सिंह के शव को रास्ते में फेंक दिया. अधीक्षक के मुताबिक, आरोपियों से अभी तक हथियार बरामद नहीं किए गए हैं. फिलहाल, दोनों से पूछताछ जारी है.