भरतपुर. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया रविवार को भरतपुर दौरे पर रहे, जहां उन्होंने पत्रकार वार्ता करते हुए राम मंदिर, और प्रदेश की कानून व्यवस्था और निकाय चुनाव पर वार्ता की. उन्होंने निकाय चुनाव में भाजपा के जीतने का दावा किया, साथ ही राम मंदिर को लेकर कहा कि यह राजनीतिक मुद्दा नहीं था, बल्कि यह आस्था से जुड़ा हुआ प्रश्न था और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सभी ने स्वागत किया है.
राजनीतिक नहीं आस्था का मुद्दा है राम मंदिर
पूनिया ने राम मंदिर निर्माण पर कहा कि राम मंदिर सहित कई मुद्दे आरएसएस और भाजपा के चुनावी मुद्दे थे और आज राम मंदिर निर्माण के लिए कोर्ट ने जो फैसला दिया है, उससे आमजन काफी खुश है. राम मंदिर राजनीतिक मुद्दा नहीं था, बल्कि यह आस्था से जुड़ा हुआ प्रश्न था और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सभी ने स्वागत किया है.
दुस्साहसी फैसलों के कारण अमित शाह को सुरक्षा की ज्यादा जरूरत
नेताओं की सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि सुरक्षा मामलों की समीक्षा की जाती है और सुरक्षा की जरूरत के मुताबिक किसी को भी सुरक्षा मुहैया करायी जाती है. वर्तमान में किसी को देश में सबसे ज्यादा धमकी मिलती है तो उनका नाम अमित शाह है. गृह मंत्री अमित शाह अपने दुस्साहसी फैसलों के कारण किसी भी व्यक्ति के निशाने पर हो सकते हैं, वह भी सिर्फ जेड प्लस सुरक्षा से काम चला रहे हैं जबकि राहुल गांधी का ट्रैक देखें तो उनको एसपीजी सुरक्षा हासिल है.
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उन्होंने बताया कि राहुल गांधी ने कुल 156 दौरे किये हैं, जिनमें 143 दौरों में वे एसपीजी को अपने साथ लेकर नहीं गए. इसका मतलब उनको इसकी आवश्यकता नहीं है. कई बार उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों के मना करने के बावजूद प्रोटोकॉल तोड़ा था और सुरक्षा की जरूरत को उन्होंने खुद ही नजरअंदाज किया था. इसलिए यह कोई राजनैतिक मुद्दा नहीं है.
प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था
पूनिया ने प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर गहलोत सरकार की निंदा करते हुए कहा कि वर्तनान प्रदेश सरकार के 11 महीनों में बड़ा मसला कानून व्यवस्था का है. बिगड़ती कानून व्यवस्था के कारण अपराधियों में विश्वास और आमजन में भय व्यापत है. अपराधियों में विश्वास है कि लूट, दुष्कर्म, चोरी और डकैती करने पर भी उनपर कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी, क्योंकि अशोक गहलोत के गृह मंत्री होते हुए आपको पूरी छूट है.
घटा है कांग्रेस का समर्थन
कांग्रेस से लगातार निकलते नेताओं को लेकर पूनिया ने कहा कि आज कांग्रेस सरकार को यह डर सता रहा है कि इनके विधायक कही टूट नहीं जाए, क्योंकि कांग्रेस को समर्थन देने वाला एक बड़ा तबके ने शिफ्ट कर लिया है. कांग्रेस के विचारों को जनता ने नकारा है, साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल भी गिरा है और उन्होंने मोदी जी के विचारों से प्रभावित होकर भाजपा कोई ज्वाइन किया है.
भाजपा सरकार ने सभी निकायों में अंबेडकर जी के नाम पर सामुदायिक भवन बनवाने की घोषण की थी लेकिन, उद्घाटन सिर्फ इसलिए नहीं हुए क्योंकि कांग्रेस सरकार के पेट में दर्द था की उद्घाटन होने से एक बड़ा संदेश निकाय चुनाव में जायेगा जिसका लाभ भाजपा को होगा. वहीं उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वो ही बात कहते हैं, जिसको सुनने से सोनिया गांधी को खुशी मिलती हो और नेहरू-गांधी खानदान खुश होता हो, ऐसी बात कहने में उनको आंनद भी आता है और उनका ट्रेक भी ठीक रहता है.