भरतपुर. लोहागढ़ स्टेडियम में आयोजित समापन समारोह (Gramin Olympics closing Ceremony) के दौरान सेवर और कुम्हेर की टीम के बीच कबड्डी का फाइनल मुकाबला होना था. लेकिन तभी डीग क्षेत्र की कासौट की कबड्डी टीम ने शुक्रवार को हुए मुकाबले के परिणाम पर आपत्ति जताते हुए विरोध कर दिया. ग्रामीण ओलंपिक के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह भी टीमों के विवाद को देख समारोह छोड़कर चले गए. वहीं जिला कलेक्टर ने टीमों के विवाद को देखते हुए कबड्डी का फाइनल मुकाबला शाम 4 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया.
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को सेवर और कासौट की कबड्डी टीम के बीच मुकाबला हुआ था (Controversy in Kabbadi Match). कासौट के खिलाड़ियों का आरोप है कि उनकी टीम 11 अंक की लीड के साथ आगे चल रही थी. आरोप है कि समय कम देने की वजह से और खेल अधिकारियों की मिलीभगत से सेवर की टीम को विजेता घोषित कर दिया. जिसके बाद लोहागढ़ स्टेडियम में कासौट के खिलाड़ियों और ग्रामीणों ने हंगामा खड़ा कर दिया. जिला कलक्टर आलोक रंजन ने खिलाड़ियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन खिलाड़ी नहीं माने.
पढे़ं-ग्रामीण ओलंपिक खेल, मंच पर मंत्री चांदना को मनाते दिखे CM गहलोत
इसी दौरान समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रुप में भाग लेने के लिए कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह भी पहुंच गए. लेकिन फिर भी कासौट के खिलाड़ी विरोध प्रदर्शन करते रहे और मंत्री विश्वेंद्र सिंह से न्याय की मांग की. खिलाड़ियों के शांत नहीं होने पर कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह समापन समारोह को छोड़कर मौके से चले गए. उधर जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने खिलाड़ियों के विरोध को देखते हुए उन्हें शाम 4 बजे तक अपने पक्ष में वीडियो उपलब्ध कराने का समय दिया. तब तक के लिए सेवर और कुम्हेर टीम के बीच होने वाला फाइनल मुकाबला स्थगित कर दिया.