बीकानेर. दैनिक जीवन में हमारे परिवार और बाहरी रिश्तो में कई बार बिना वजह के तनाव व लड़ाई-झगड़ा बना रहता है. इस तनाव के चलते आपसी रिश्तों में कड़वाहट और उदासीनता आ जाती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार इन सबका कारण वास्तु दोष होता है. प्रसिद्ध वास्तुविद राजेश व्यास कहते हैं कि न चाहते हुए भी घर में इस तरह की चीज हो जाती है जो वास्तु के अनुसार सही नहीं होती है. जिसके परिणाम हमारे दैनिक जीवन में देखने का मिलता है.
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इन बातों का रखें ध्यान :-
- घर में टपकने वाले नल नहीं होना चाहिए
- घर में गोल किनारों के फर्नीचर ही शुभ हैं
- घर में तुलसी का पौधा पूर्व दिशा की गैलरी में या पूजा स्थान के पास रखें
- घर में सप्ताह में एक बार गूगल का धुआं करना शुभ होता है
- गेहूं में नागकेशर के 2 दाने तथा तुलसी की 11 पत्तियां डालकर पिसाया जाना शुभ है
- घर में सरसों के तेल के दीये में लौंग डालकर लगाना शुभ है
- हर गुरुवार को तुलसी के पौधे को दूध चढ़ाना चाहिए
- तवे पर रोटी सेंकने के पूर्व दूध के छींटें मारना शुभ है
- पहली रोटी गौ माता के लिए निकालें
- मकान में 3 दरवाजे एक ही रेखा में न हों
- सूखे फूल घर में नहीं रखें
- संत-महात्माओं के चित्र आशीर्वाद देते हुए बैठक में लगाएं
- घर में टूटी-फूटी, कबाड़, अनावश्यक वस्तुओं को नहीं रखें
- दक्षिण-पूर्व दिशा के कोने में हरियाली से परिपूर्ण चित्र लगाएं
- वास्तु की मानें तो उत्तर या पूर्व दिशा में की गई जल की निकासी आर्थिक दृष्टि से शुभ होती है इसलिए घर बनाते समय इस बात का अवश्य ध्यान रखना चाहिए.