भरतपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रति आस्था जताते हुए विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि वो हम सभी से ज्यादा विद्वान व्यक्ति हैं और उन्हें पता है कि पूरे हालात को कैसे टैकल करना है. भरतपुर के सर्किट हाउस में जन सुनवाई के दौरान मीडिया से बात करते हुए कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान सुप्रीम हैं और राजस्थान में मुख्यमंत्री सुप्रीम हैं (Rajasthan Congress Political Crisis). एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत तीसरी बार मुख्यमंत्री हैं, उन्हें 14 साल का अनुभव है मुख्यमंत्री के रूप में और वो ये टर्म भी पूरा करेंगे.
गहलोत हमसे विद्वान: मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Vishvendra Singh On CM Gehlot) हम सबसे ज्यादा विद्वान व्यक्ति हैं. उन्हें पता है कि स्थिति को कैसे सम्भालना है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली में जो हाईकमान हैं वो सभी के लिए सुप्रीम हैं. उनके लिए भी और हमारे लिए भी.
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सोशल मीडिया पर बोले ये!: सोशल मीडिया पर पार्टी नेताओं के ट्वीट और बयानबाजी को लेकर मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि मुझे इस बात से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि वो इन सब चीजों से दूर हैं और उन्हें नहीं पता कि कौन सोशल मीडिया पर क्या बयान दे रहा है.
पायलट कैम्प का ठप्पा: मंत्री विश्वेन्द्र सिंह पायलट कैम्प के माने जाते हैं. 2020 में जब राजस्थान में सियासी घमासान छिड़ा था तो डैमेज कंट्रोल के बाद कांग्रेस ने सचिन पायलट को प्रदेश अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री पद से, विश्वेन्द्र सिंह और रमेश मीणा को मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया था. बाद में इन्हें फिर मंत्रिमंडल में शामिल किया गया. ये भरतपुर की डीग-कुम्हेर सीट से विधायक हैं.
राजस्थान टूरिज्म पर: मीडिया से बातचीत के दौरान मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि ऑफ सीजन के बावजूद इस बार राजस्थान में टूरिस्ट का 18 लाख फुटफॉल बढ़ा है. जबकि अभी पर्यटन सीजन शुरू भी नहीं हुआ. कोविड के बाद लोग राजस्थान घूमने में रुचि दिखा रहे हैं. उन्होंने कहा कि शाही ट्रेन पैलेस ऑन व्हील का आज ट्रायल रन है. 12 अक्टूबर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस ट्रेन को दिल्ली से शुरू करेंगे.