भरतपुर. मौत से पहले एक मां ने अपनी मासूम बेटी को अपनी बहन (बच्ची की मौसी) को सौंपा. मां की मौत के बाद कुछ समय तक तो मौसी ने बच्ची का पालन-पोषण किया, लेकिन मंगलवार को वह एक साल की मासूम को शिशु पालना गृह छोड़ (one year old girl left in cradle house) गई. बच्ची के रोने की आवाज सुनकर कर्मचारियों ने उसे संभाला और उसकी स्वास्थ्य जांच कराई.
बताया जाता है कि मासूम को पालना गृह में छोड़ने वाली महिला देह व्यापार के धंधे में लिप्त है. अब बच्ची को पालना गृह को सौंप दिया गया है. जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष गंगाराम पाराशर ने बताया कि मंगलवार सुबह शिशु गृह के पालने में एक साल की मासूम बच्ची को कोई महिला छोड़ गई. बच्ची के रोने की आवाज सुनते ही कर्मचारी पालने की तरफ दौड़े और उसका स्वास्थ्य परीक्षण करवाया. इसकी सूचना तुरंत बाल कल्याण समिति और सेवर थाना पुलिस को दी गई. पाराशर एवं अन्य सदस्यों सहित पुलिसकर्मियों ने बच्ची का स्वास्थ्य परीक्षण करवाया. उसके बाद बच्ची को शिशु गृह को सौंप दिया गया.
देह व्यापार में लिप्त है महिला: सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बच्ची को पालना गृह में छोड़ने वाली महिला देह व्यापार के धंधे में लिप्त है. कुछ समय पूर्व महिला की बहन की मौत हो गई थी, जिसके बाद से ही वह मासूम बच्ची को अपने साथ रख कर पालपोस रही थी. लेकिन अब महिला बच्ची की देखरेख नहीं कर पा रही थी और बच्ची के लिए माहौल भी सही नहीं था, जिसके चलते वो बच्ची को पालना गृह छोड़ गई.