भरतपुर. शहर वासियों के लिए जल्द ही एक ही स्थान पर खानपान की सभी सामग्री उपलब्ध हो सकेगी. इसके लिए नगर निगम 75 लाख रुपए की लागत से 1600 वर्ग मीटर क्षेत्र में चौपाटी विकसित करने जा रहा है. इसको लेकर नगर निगम ने योजना तैयार कर ली है और संभवतः अगले 6 महीने में चौपाटी बनकर तैयार हो जाएगी.
यहां विकसित होगी चौपाटी...
नगर निगम आयुक्त नीलिमा तक्षक ने बताया कि भरतपुर के लोहागढ़ दुर्ग परिसर में स्थित टाउन हॉल के पीछे नगर निगम की एक खाली जमीन है. इस जमीन का क्षेत्रफल करीब 1600 वर्ग मीटर है. यह स्थान राजकीय संग्रहालय के पास और दुर्ग के अंदर स्थित है. ऐसे में यहां पर शहरवासियों के साथ ही पर्यटकों के लिए भी चौपाटी के रूप में एक अच्छा खानपान स्थल विकसित किया जा सकेगा.
ऐसी होगी चौपाटी...
आयुक्त नीलिमा तक्षक ने बताया कि 1600 वर्ग मीटर क्षेत्र में अलग-अलग खानपान सामग्री की 16 कियोस्क तैयार कराई जाएंगी. इन सभी की उसके पीछे वाले क्षेत्र में सभी की अलग-अलग रसोई का प्रावधान रखा जाएगा, जिनमें खानपान की सामग्री तैयार की जा सकेगी. कियोस्क के बीच वाले परिसर को लोगों के लिए बैठने के स्थान के रूप में विकसित किया जाएगा. मार्बल और ग्रेनाइट की मदद से हेरिटेज लुक वाली और प्राकृतिक नजारे वाला सिटिंग एरिया के रूप में विकसित किया जाएगा.
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नीलिमा तक्षक ने बताया कि चौपाटी पर आने वाले लोगों के वाहनों के लिए पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. इस पार्किंग में वाहनों के लिए एक शुल्क निर्धारित किया जाएगा. वहीं, चौपाटी के अंदर कियोस्क संचालकों के लिए खाद्य सामग्री लाने और ले जाने के लिए पास ही स्थित शिक्षा विभाग के कार्यालय की तरफ से एक अलग से रास्ता उपलब्ध कराया जाएगा.
विभिन्न प्रकार के 740 पौधों से सजेगी चौपाटी
आयुक्त नीलिमा तक्षक ने बताया कि चौपाटी में सजावट और हरियाली का विशेष ख्याल रखा जाएगा. इसके लिए चौपाटी में विभिन्न प्रकार के 740 पौधे लगाए जाएंगे. इनमें 680 पौधे गोल्डन दूरंता, 13 पौधे चंपा के, 17 पौधे गुलमोहर के और 30 नीम के पौधे लगाए जाएंगे.
बता दें, भरतपुर शहर में अभी कोई भी एक ऐसा स्थान नहीं है जहां पर शहरवासियों के लिए खानपान के सभी सामग्री आसानी से उपलब्ध हो सके. ऐसे में नगर निगम ने शहर वासियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए चौपाटी विकसित करने का प्लान तैयार किया है. नगर निगम आयुक्त नीलिमा तक्षक ने बताया कि चौपाटी के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और संभवत अगले 6 महीने में चौपाटी बनकर तैयार हो जाएगी. चौपाटी के लिए चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग और स्थानीय जिला प्रशासन ने भी निर्धारित स्थान का दौरा कर लिया है और उन्होंने चौपाटी विकसित करने पर सहमति जता दी है.