भरतपुर. जिले के सेवर थाना इलाके में एक 14 साल की नाबालिग की आत्महत्या के मामले में एक नया मोड़ आ गया है. मंगलवार को शव के पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने मोर्चरी पर जमकर हंगामा किया. परिजनों ने मामले को लेकर सेवर थाना इलाके में केस दर्ज करवाया था कि जब मृतका स्कूल से परीक्षा देकर आ रही थी तब कॉलनी के कुछ लड़कों ने उसको उठाने की धमकी दी थी, जिसके बाद नाबालिग ने डिप्रेशन में आकर आत्महत्या कर ली.
मृतका की बहन ने बताया कि उसे कॉलोनी के कुछ लड़के परेशान किया करते थे. 2 महीने पहले भी कॉलोनी के कुछ लड़कों ने उसके साथ छेड़छाड़ और मारपीट की थी, जिसका मामला सेवर थाने में दर्ज करवाया था. मामला दर्ज होने के बाद कॉलोनी के लड़के अक्सर मृतका, उसकी बहनें और उसकी मां की चाय की दुकान पर आकर हंगामा करते रहते थे. इसकी शिकायत मृतका की मां ने दोबारा थाने में दर्ज करवाई लेकिन थाने की तरफ आरोपियों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई, जिससे आरोपियों के हौसले बुलंद हो गए और वह दिनदहाड़े मृतका के परिजनों के साथ छेड़छाड़ करने लगा.
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मृतका की बहन ने बताया कि सोमवार को भी स्कूल से परीक्षा देने के बाद जब वह घर आ रही थी तब रास्ते में कॉलोनी के कुछ लड़कों ने उसे रोककर छेड़छाड़ की, जिस पर डिप्रेशन में आकर उसने आत्महत्या कर ली. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को जिला आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया जिसका मंगलवार को पोस्टमार्टम किया गया.
वहीं, मृतका की मां का कहना है कि वह छेड़छाड़ की शिकायत लेकर कई बार थाने गई थी लेकिन थाने वालों ने उनकी एक न सुनी और आरोपी उन्हें परेशान करते रहे. इसके अलावा मृतका की मां ने इसकी शिकायत कई बार कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह से भी की लेकिन पुलिस ने उनकी बात को टाल दिया. उधर, मंगलवार को मौके पर पहुंचे भरतपुर विकास समिति के अध्यक्ष अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि अगर पीड़ित परिवार की समय रहते सुनवाई की गई होती तो आज नाबालिग जिंदा होती.
सीओ परमाल सिंह ने बताया कि परिजनों की शिकायत के बाद एक आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और एक आरोपी की तलाश जारी है. नाबालिग के शव का मंगलवार को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया. फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.