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नगर पालिका चुनावः पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह के गढ़ डीग-कुम्हेर में कांग्रेस ने क्यों नहीं उतारे एक भी प्रत्याशी?

भरतपुर जिले की 8 नगर पालिकाओं में नामांकन की प्रक्रिया शुक्रवार को पूरी हो गई. लेकिन, नगर पालिकाओं के कई वार्डों में भाजपा और कांग्रेस को जिताऊ उम्मीदवार नहीं मिले. सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने तो पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह के गढ़ माने जाने वाले डीग और कुम्हेर क्षेत्र में अपना कोई प्रत्याशी ही मैदान में नहीं उतारा.

नगर पालिका चुनाव, Bharatpur Municipal elections, Ashok Gahlot, Vishvendra Singh
भरतपुर के डीग-कम्हेर नगर पालिका चुनाव में कांग्रेस ने नहीं उतारे एक भी प्रत्याशी
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Published : Nov 28, 2020, 10:47 AM IST

भरतपुर. जिले की 8 नगर पालिकाओं में नामांकन की प्रक्रिया शुक्रवार को पूरी हो गई. लेकिन, भरतपुर जिले की नगर पालिकाओं के कई वार्डों में भाजपा और कांग्रेस को जिताऊ उम्मीदवार नहीं मिले. ऐसे में पार्टियों की तरफ से कई वार्डों में प्रत्याशी घोषित नहीं किए गए.

सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने तो पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह के गढ़ माने जाने वाले डीग और कुम्हेर क्षेत्र में अपना कोई प्रत्याशी ही मैदान में नहीं उतारा. इतना ही नहीं कांग्रेस ने 8 नगरपालिका के 255 वार्डों में से केवल 67 वार्डों में ही अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं. जबकि, कुछ दिन पूर्व ही कांग्रेस पर्यवेक्षक गोपाल मीणा का दावा था कि जिले की सभी 8 नगर पालिकाओं में उनको जीत मिलेगी.

कांग्रेसियों ने भरे निर्दलीय नामांकन

जिले के डीग और कुम्हेर नगर पालिकाओं में कांग्रेस के टिकट से कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं है. पूर्व मंत्री और डीग कुम्हेर से विधायक विश्वेंद्र सिंह के इस क्षेत्र में ऐसा नहीं है कि कांग्रेसी नगर पालिका का चुनाव नहीं लड़ रहे, बल्कि दोनों नगर पालिकाओं में कांग्रेसियों ने निर्दलीय प्रत्याशियों के रूप में नामांकन भरा है. जबकि इसी क्षेत्र से विश्वेंद्र सिंह कांग्रेस के विधायक हैं.

यह भी पढ़ेंः पूनिया का गहलोत पर जुबानी हमला, कहा- हर मोर्चे पर विफल सरकार अपने बोझ और कर्मों से गिरेगी

दोनों पार्टियों ने खाली छोड़े कई वार्डनगर

पालिका चुनाव में भरतपुर जिले के कई वार्डों में कांग्रेस और भाजपा नामांकन के आखिरी समय तक अपना उम्मीदवार नहीं उतार पाईं. 8 नगर पालिकाओं के 255 वार्डों में से जहां कांग्रेस ने सिर्फ 67 वार्ड में अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं. वहीं, भाजपा ने 141 वार्डों में प्रत्याशी घोषित किए हैं. भाजपा ने जहां 114 वार्डों को खाली छोड़ दिया वहीं कांग्रेस ने 188 वार्डों में अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किए.

यहां इतने वार्ड खाली

  • डीग में कुल 40 वार्डों में से भाजपा ने 16 खाली छोड़े, जबकि कांग्रेस ने सभी खाली छोड़े.
  • बयाना में 35 वार्डों में से भाजपा ने 9 और कांग्रेस ने 15 खाली छोड़े.
  • कांमा में भाजपा ने चार और कांग्रेस ने 25 वार्ड खाली छोड़े.
  • नगर में भाजपा ने 15 और कांग्रेस ने 24 वार्ड खाली छोड़े.
  • नदबई में भाजपा ने 29 और कांग्रेस ने 19 वार्ड खाली छोड़े.
  • कुम्हेर में भाजपा ने 6 वार्ड खाली छोड़े जबकि कांग्रेस ने सभी खाली छोड़े.
  • भुसावर में भाजपा ने 19 और कांग्रेस ने 20 वार्ड खाली छोड़े.
  • वैर में भाजपा ने 16 और कांग्रेस ने 20 वार्ड खाली छोड़े.

यह भी पढ़ेंः राजस्थान : 21 साल की सरिता विश्नोई पहले बनीं सरपंच...अब प्रधान बनने की राह पर

बता दें, भरतपुर जिले की सभी 8 नगर पालिकाओं में 11 दिसंबर को मतदान होना है, जिसके लिए शुक्रवार को नामांकन प्रक्रिया पूरी हो गई. सत्तारूढ़ कांग्रेस और विरोधी पार्टी भाजपा में बगावत और भितरघात के चलते चुनावी रणनीति में काफी बदलाव देखने को मिला. यही वजह है कि दोनों ही पार्टियां आखिरी वक्त तक कई वार्डों में अपना प्रत्याशी नहीं उतार सकीं.

भरतपुर. जिले की 8 नगर पालिकाओं में नामांकन की प्रक्रिया शुक्रवार को पूरी हो गई. लेकिन, भरतपुर जिले की नगर पालिकाओं के कई वार्डों में भाजपा और कांग्रेस को जिताऊ उम्मीदवार नहीं मिले. ऐसे में पार्टियों की तरफ से कई वार्डों में प्रत्याशी घोषित नहीं किए गए.

सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने तो पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह के गढ़ माने जाने वाले डीग और कुम्हेर क्षेत्र में अपना कोई प्रत्याशी ही मैदान में नहीं उतारा. इतना ही नहीं कांग्रेस ने 8 नगरपालिका के 255 वार्डों में से केवल 67 वार्डों में ही अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं. जबकि, कुछ दिन पूर्व ही कांग्रेस पर्यवेक्षक गोपाल मीणा का दावा था कि जिले की सभी 8 नगर पालिकाओं में उनको जीत मिलेगी.

कांग्रेसियों ने भरे निर्दलीय नामांकन

जिले के डीग और कुम्हेर नगर पालिकाओं में कांग्रेस के टिकट से कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं है. पूर्व मंत्री और डीग कुम्हेर से विधायक विश्वेंद्र सिंह के इस क्षेत्र में ऐसा नहीं है कि कांग्रेसी नगर पालिका का चुनाव नहीं लड़ रहे, बल्कि दोनों नगर पालिकाओं में कांग्रेसियों ने निर्दलीय प्रत्याशियों के रूप में नामांकन भरा है. जबकि इसी क्षेत्र से विश्वेंद्र सिंह कांग्रेस के विधायक हैं.

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दोनों पार्टियों ने खाली छोड़े कई वार्डनगर

पालिका चुनाव में भरतपुर जिले के कई वार्डों में कांग्रेस और भाजपा नामांकन के आखिरी समय तक अपना उम्मीदवार नहीं उतार पाईं. 8 नगर पालिकाओं के 255 वार्डों में से जहां कांग्रेस ने सिर्फ 67 वार्ड में अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं. वहीं, भाजपा ने 141 वार्डों में प्रत्याशी घोषित किए हैं. भाजपा ने जहां 114 वार्डों को खाली छोड़ दिया वहीं कांग्रेस ने 188 वार्डों में अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किए.

यहां इतने वार्ड खाली

  • डीग में कुल 40 वार्डों में से भाजपा ने 16 खाली छोड़े, जबकि कांग्रेस ने सभी खाली छोड़े.
  • बयाना में 35 वार्डों में से भाजपा ने 9 और कांग्रेस ने 15 खाली छोड़े.
  • कांमा में भाजपा ने चार और कांग्रेस ने 25 वार्ड खाली छोड़े.
  • नगर में भाजपा ने 15 और कांग्रेस ने 24 वार्ड खाली छोड़े.
  • नदबई में भाजपा ने 29 और कांग्रेस ने 19 वार्ड खाली छोड़े.
  • कुम्हेर में भाजपा ने 6 वार्ड खाली छोड़े जबकि कांग्रेस ने सभी खाली छोड़े.
  • भुसावर में भाजपा ने 19 और कांग्रेस ने 20 वार्ड खाली छोड़े.
  • वैर में भाजपा ने 16 और कांग्रेस ने 20 वार्ड खाली छोड़े.

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बता दें, भरतपुर जिले की सभी 8 नगर पालिकाओं में 11 दिसंबर को मतदान होना है, जिसके लिए शुक्रवार को नामांकन प्रक्रिया पूरी हो गई. सत्तारूढ़ कांग्रेस और विरोधी पार्टी भाजपा में बगावत और भितरघात के चलते चुनावी रणनीति में काफी बदलाव देखने को मिला. यही वजह है कि दोनों ही पार्टियां आखिरी वक्त तक कई वार्डों में अपना प्रत्याशी नहीं उतार सकीं.

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