भरतपुर. कोरोना संक्रमण ने हर क्षेत्र और वर्ग को प्रभावित किया है. पिछले साल से अब तक कोई भी उद्योग-व्यवसाय इस महामारी के प्रभाव से बच नहीं पाई है. कोरोना संक्रमण के दौर में हालात इतने भयावह हो गए हैं कि लोगों ने शादी समारोह व अन्य हर तरह के छोटे-बड़े उत्सव स्थगित कर दिए हैं. ऐसे में जिले के प्रिंटिंग प्रेस व्यवसाय से जुड़े लोगों को भारी आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. वर्ष 2020 और 2021 की बात करें तो जिले के प्रिंटिंग प्रेस व्यवसाय को करीब 5 करोड़ से अधिक का नुकसान झेलना पड़ा है. वर्तमान में हालात ये हैं कि भरतपुर जिले के करीब 90 फीसदी प्रिंटिंग प्रेस बंद पड़े हैं.
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जिले में 150 प्रिंटिंग प्रेस, अधिकतर बंद
प्रिंटिंग प्रेस व्यवसायी रोहित कुमार गुप्ता ने बताया कि गत वर्ष से ही कोरोना के चलते प्रिंटिंग व्यवसाय ठप पड़ा है. जिले में करीब 150 प्रिंटिंग प्रेस हैं लेकिन उनके हालात खराब हैं. गत वर्ष शादी समारोह ना के बराबर हुए थे और इस वर्ष भी शादियां स्थगित हो रहीं हैं. इसके चलते ज्यादातर प्रिंटिंग प्रेस बंद पड़े हैं.
5 करोड़ से अधिक का घाटा
व्यवसायी रोहित गुप्ता ने बताया कि बीते वर्ष से अब तक शादी के तीन सीजन में ना के बराबर इनकम रही है. हालात यह है कि जिले भर के प्रिंटिंग व्यवसाय को करीब 5 करोड़ रुपए की चपत लगी है. ऐसे में प्रिंटिंग प्रेस व्यवसाइयों की कमर टूट चुकी है.
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करीब एक हजार कर्मचारी बेरोजगार
व्यवसायी रोहित ने बताया कि जिलेभर में प्रिंटिंग प्रेस व्यवसाय से करीब एक हजार लोग और करीब तीन हजार परिवार जुड़े हुए हैं. इस व्यवसाय के ठप होने से कर्मचारियों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है. वहीं परिवार का पालना भी मुश्किल हो रहा है.
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कार्ड लेने नहीं आ रहे उपभोक्ता
व्यवसायी जितेंद्र शर्मा ने बताया कि 2 वर्ष में कोरोना संक्रमण के चलते प्रिंटिंग व्यवसाय में लगातार नुकसान उठाना पड़ रहा है. साथ ही सरकार की ओर से समय-समय पर बदल-बदल कर जारी की गई गाइडलाइन से भी व्यवसाय पर असर पड़ा है. जितेंद्र शर्मा ने बताया कि जिन उपभोक्ताओं ने पहले 300-300 कार्ड का आर्डर दिए थे, बाद में सिर्फ 50-50 कार्ड लेकर गए हैं. वहीं कई उपभोक्ता तो ऐसे हैं जो आर्डर देने के बाद कार्ड ले जाने के लिए लौट कर ही नहीं आए. ऐसे में तैयार शादी के कार्डों का नुकसान भी उठाना पड़ रहा है.
कोरोना संक्रमण के चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी प्रदेशवासियों से शादी समारोह स्थगित करने की अपील की थी. इसके बाद प्रदेश भर के कई लोगों और नेताओं ने शादी समारोह स्थगित कर दिए हैं. इसका सीधा प्रभाव प्रिंटिंग प्रेस व्यवसाय पर पड़ा है.