भरतपुर. बढ़ती हुई महंगाई ने आम जनता की रसोई का गणित बिगाड़ दिया है. बीते एक माह की बात करें तो बढ़ती महंगाई के चलते घर के खानपान के बजट में 25% तक की बढ़ोतरी हो गई है. नमक,मिर्च से लेकर दाल, सब्जी, तेल, रिफाइंड हर खाद्य सामग्री पर 20 से 25% तक के दाम बढ़ गए हैं.
ऐसे में गरीब तबके से लेकर निम्न मध्यम वर्ग तक के लोगों के लिए महंगाई बड़ी परेशानी बनी हुई है. केंद्र सरकार की ओर से 1 फरवरी को जारी किए जाने वाले बजट से भी लोगों को काफी उम्मीद लगी हुई है. ईटीवी भारत ने बढ़ती हुई महंगाई को लेकर महिलाओं और व्यवसायी से बात कर हालातों के बारे में जानकारी जुटाई.
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दाल 'गलना' हुआ मुश्किल
भरतपुर शहर में पटेल मंडी क्षेत्र में जब यहां के व्यवसायियों से घरेलू उपयोग की वस्तुओं की कीमतों के बारे में बात की गई तो चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई. व्यापारियों ने बताया, कि बीते करीब एक से डेढ़ माह के दौरान ही घरेलू उपयोग की वस्तुओं की कीमतों में करीब 20 से 25% तक की बढ़ोतरी हुई है. एक माह पहले सभी दाल 70 से 80 रुपए प्रति किलो में उपलब्ध थी, लेकिन अब इनकी कीमत 100 रुपए तक पहुंच गयी है.
गेहूं पर भी महंगाई की मार
गेहूं आज गरीब से लेकर अमीर तक हर किसी के घर की सबसे पहली जरूरत है. लेकिन बीते एक-डेढ़ माह के दौरान गेहूं भी महंगा हो गया. जब साईं वरुण कुमार ने बताया, कि 50 किलो का गेहूं का कट्टा करीब एक माह पहले 1000 से 1100 रुपए तक में आता था, लेकिन अब इसकी कीमत 1200 रुपए पर पहुंच गई है.
वहीं, सीजन के बावजूद सब्जियां भी अभी तक महंगाई के शिखर पर हैं. सर्दियों में पैदा होने वाली गाजर, मूली, गोभी, मटर जैसी सब्जियां भी अभी काफी महंगी बिक रही हैं. हालांकि अब प्याज का भाव जरूर 100 रुपए से 50 रुपए प्रति किलो पर उतर आया है.
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एक माह में यूं बढ़ी महंगाई
- दाल ( सभी प्रकार की)- 80 रुपए से बढ़कर 100 रुपए प्रति किलो
- रिफाइंड - 85 रुपए से बढ़कर 100 रुपए प्रति लीटर
- सरसों का तेल - 90 रुपए से बढ़कर 105 रुपए प्रति लीटर
- मिर्च -180 रुपए से बढ़कर 240 प्रति किलो
- धनिया - 160 रुपए से बढ़कर 200 रुपए प्रति किलो
बजट से बड़ी उम्मीदें
केंद्र सरकार की ओर से 1 फरवरी को आम बजट पेश किया जाएगा. जिसको लेकर आम जनता काफी उम्मीद लगाए बैठी है. जनता को केंद्र सरकार से उम्मीद है, कि वह आम बजट में महंगाई से निजात दिलाने का कोई रास्ता जरूर निकालेगी.