जयपुर: एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) ने राजधानी जयपुर के झोटवाड़ा इलाके में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए फेक करेंसी रैकेट का भंडाफोड़ किया है. नकली नोट छापकर बाजार में सप्लाई करने वाले दो आरोपियों हिंगोनिया निवासी मुकेश जाट और मालीवाड़ा (कालवाड़) निवासी मोहन सैनी को गिरफ्तार किया है. मुकेश जाट झोटवाड़ा के विकास नगर विस्तार में किराए के मकान पर रहता है. उनके पास से 2.17 लाख से अधिक के नकली नोट व नोट छापने में प्रयुक्त प्रिंटर एवं स्याही जब्त की है.
एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के एडीजी दिनेश एमएन ने बताया कि एएसपी हिमांशु शर्मा के सुपरविजन व पुलिस निरीक्षक सुभाष सिंह तंवर के नेतृत्व में एएसआई शंकर दयाल, हैड कांस्टेबल सुरेश कुमार, नरेंद्र सिंह, कमल सिंह, कांस्टेबल नरेश कुमार, रतिराम व चालक सुरेश कुमार को आसूचना संकलन कर आरोपियों की धरपकड़ का टास्क दिया गया था.
टीम को मिली थी गोपनीय सूचना: टीम के सदस्य एएसआई शंकर दयाल व हैड कांस्टेबल कमल सिंह को जानकारी मिली कि जयपुर शहर में कुछ लोग नकली नोट छाप कर बाजार में सप्लाई कर रहे हैं. इस सूचना को टीम के सदस्यों द्वारा तकनीकी संसाधनों का उपयोग कर विकसित किया गया. पुख्ता होने पर झोटवाड़ा थाना इलाके में स्थानीय पुलिस के सहयोग से कार्रवाई कर आरोपी मुकेश जाट व मोहन सैनी को जाली नोटों का कारोबार करते पकड़ा गया.
500 और 100 रुपए के जाली नोट मिले: आरोपियों के पास से 500-500 रुपए के 434 और 100 रुपए के सात नोट मिले हैं. उनके पास कुल 2 लाख 17 हजार 700 रुपए की जाली भारतीय मुद्रा और नोट छापने में प्रयुक्त प्रिंटर एवं स्याही बरामद की है. आरोपियों के विरुद्ध थाना झोटवाड़ा में मुकदमा दर्ज कर विस्तृत पूछताछ की जा रही है. एएसपी सिद्धांत शर्मा के सुपरविजन एवं सीआई सुभाष सिंह तंवर के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में एएसआई शंकर दयाल शर्मा व हैड कांस्टेबल कमल सिंह की विशेष भूमिका रही.